राजकीय सम्प्रेषण एवं किशोर गृह में मिली गंभीर खामियां
राजसमंदPublished: Mar 28, 2020 04:56:39 pm
– तत्काल सुधार के लिए दिए निर्देश
राजकीय सम्प्रेषण एवं किशोर गृह में मिली गंभीर खामियां
राजसमंद. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेन्द्र कुमार ने शुक्रवार को देवथड़ी रोड स्थित राजकीय सम्प्रेषण गृह एवं बाल गृह का निरीक्षण किया गया। उस दौरान राजकीय किशोर गृह के अधीक्षक विकास विजयवर्गीय अवकाश पर मिले। इस दौरान वहां गंभीर खामियां मिली।
गृह के 10 देखरेख व संरक्षण की आवश्यकता वाले बालक (सी.एन.सी.पी.) कोरोना के संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए विद्यालयों में अवकाश होने पर उन सभी का घर पर होना बताया गया। निरीक्षण के दौरान वहां कुल 15 बालक तथा 2 बालक विधि उल्लंघनकर्ता बालक आवासरत मिले। एक बालक के गले में दर्द की समस्या होने से उसे पृथक कमरें में रखा गया है। इस प्रकार 16 बालक एक 20 गुणा 15 की साईज वाले कमरे में आवासरत हैं। सुरक्षित गृह एवं संप्रेषण गृह के बालक जिनके विरूद्ध जांच विचाराधीन है, वे सभी बालक एक ही कमरे में मिले, जो उचित नहीं है। कुमार ने बालकों से बातचीत कर वहां हर व्यवस्था का जायजा लिया गया। गृह में साफ सफाी के प्रति भी गंभीर लापरवाही पाई गई। वहां न हाइपोक्लोराइट, मास्क, सेनेटाइजर इत्यादि सामग्री नहीं थी। यही नहीं, वहां भोजन की गुणवत्ता भी निम्न स्तर की थी। बालकों ने बताया कि पिछले 25 दिनों उन्हें हरी सब्जी नहीं दी जा रही है तथा सब्जी में निम्न स्तर की गुणवता वाली तथा अपर्याप्त मात्रा में सिर्फ दाल ही मिल रहीं है। कुमार ने जब खुद अवलोकन किया तो दाल में पानी की मात्रा अधिक मिली तथा सब्जी वाले पात्र में ऊपर आधे हिस्से में सिर्फ पानी भरा था। बालकों ने बताया कि बर्तन धोने का साबुन, अस्वस्थ बालकों के दवाइयां भी समय पर उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं। मनोंरजन के लिए टी.वी. तथा खेलने की सामग्री भी नहीं है। वर्तमान में जहां हर तरफ कोरोना को सतर्कता बरती जा रही है, वहां यह गृह इस समय संविदा पर कार्यरत गार्ड के भरोसे संचालित हो रहा है।
कुमार ने इस गृह के हालात पर गंभीर चिंता जताई तथा निर्देश दिए कि तीन बार गृह में हाइपोक्लोराइट से साफ-सफाई की जाए तथा बालकों को हाथ धोने के लिए सेनेटाइजर, मास्क, गलब्स इत्यादि सामग्री उपलब्ध कराएं। साथ ही भोजन के गुणवता मेंं सुधार करते हुए नियमित हरी सब्जियां तथा नियमानुसार डाईट उपलब्ध कराई जाए।
शिशुगृह निरीक्षण
सचिव कुमार ने शुक्रवार को शिशु गृह का निरीक्षण किया। उस दौरान गृह प्रभारी प्रकाशचंद साल्वी व अन्य कार्मिक मौजूद थे।
निरीक्षण के दौरान वहां एक माह व आठ दिन का एक बालक आवासरत मिला, जिसे राजकीय आर.के. अस्पताल के पालनागृह से लाया गया था। बालक पूर्णत स्वस्थ्य है। गृह में हाइपोक्लोराइट से साफ-सफाई करने के निर्देश दिए गए। साथ ही बाहर से आने वाले सभी लोगों के हाथ धुलवाने को कहा गया। शिशु गृह में सफाई के लिए जरूरी सामग्री मौजूद थी। शिशु को पौष्टिक आहार दिया जा रहा हैं। वहां की सफाई व्यवस्था संतोषजनक मिली।
बालिका गृह निरीक्षण
सचिव कुमार ने इससे पूर्व गुरुवार को आसरा विकास संस्थान स्थित बालिका गृह का निरीक्षण किया, जहां उस समय एक बालिका सीएनसीपी तथा एक पलायनकर्ता बालिका आवासरत मिली। विद्यालय में अवकाश होने पर 7 सीएनसीपी बालिकाओं को उनके परिजनों के पास भेज दिया गया है। वहां हैण्डवॉश, सेनेटाइजर, हाइपोक्लोराइट सोल्युशन, मास्क इत्यादि उपलब्ध नहीं थे। वहां फ्रीज में कुछ सड़े टमाटर, तथा 2-3 गाजर, कटी हुई पता गोभी मिली। वर्तमान हालात को देखते हुए वहां बालिकाओं के भोजन के लिए ये सामग्री अपर्याप्त लगी। उन्होंने बालिका गृह में निवासरत सभी बालिकाओं से संवाद किया। उन्होंने यहां भी हाइपोक्लोराइट से दिन में तीन बार सफाई करने के निर्देश दिए बालिकाओं को हर घंटे में सेनेटाइजर से हाथ धुलवाने तथा बाहर से आने वाले हर व्यक्ति के हाथ धुलवाकर ही प्रवेश देने को कहा गया।