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उदयपुर-जयपुर हाइवे पर किन्नर गैंग की ‘बख्शीश वसूली’

locationराजसमंदPublished: Oct 19, 2020 11:28:03 am

Submitted by:

jitendra paliwal

पैसा नहीं देने पर सुननी पड़ती है गालियां, नेगडिय़ा टोल नाके से गुजरते वाहनचालकों में खौफ

उदयपुर-जयपुर हाइवे पर किन्नर गैंग की 'बख्शीश वसूली'

उदयपुर-जयपुर हाइवे पर किन्नर गैंग की ‘बख्शीश वसूली’

केस-1
सात दिन पहले खुमान सिंह डम्पर लेकर नाथद्वारा से उदयपुर गया। नेगडिय़ा टोल पर टोल का पैसा दे रहा था, इतने में खिड़की पर थपकी की आवाज आई। बाहर झांकने पर किन्नर ने पैसा मांगा। पर्ची कटवाकर बिना पैसे दिए आगे निकलने पर किन्नर चिल्लाया और टायर पंक्चर हो जाने की बद्दुआ दे दी।
केस-2
राजसमंद निवासी राजेन्द्र देराश्री सप्ताह में दो-तीन बार कामकाम के सिलसिले में उदयपुर जाते हैं। दो दिन पहले उनकी कार को टोल पर्ची कटवाते ही किन्नरों ने घेर लिया। 500 रुपए मांगे तो 100 रुपए देकर जान छुड़ाई। वह बताते हैं कि हर बार 100-50 रुपए देने ही पड़ते हैं।
केस-3
दिनेश आमेटा उदयपुर निवासी हैं और रोजाना राजसमंद में जॉब के लिए अपडाउन करते हैं। बाइक से सुबह जाते हैं और शाम को लौटते हैं। उन्होंने बताया कि आए दिन उन्हें पैसों के लिए रोकते हैं। नहीं देने पर गाली-गलौज की जाती है। टोल पर 8 से 10 किन्नर हमेशा घूमते रहते हैं।
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जितेन्द्र पालीवाल @ राजसमंद.किन्नरों को बख्शीश देने और दुआ लेने का रिवाज पुराना है, लेकिन उदयपुर-जयपुर हाइवे स्थित नेगडिय़ा टोल नाके से गुजरते वाहनचालकों में इन दिनों एक किन्नर गैंग की जबरन वसूली का खौफ पसरा है। पैसा नहीं देने पर चालकों को गालियां और बद्द्आएं सुननी पड़ती हैं। कई बार बात हाथापाई तक आ जाती है। इन हालात को टोलकर्मी आंखें मूंद कर देखता है।
सहमे वाहनचालकों ने पत्रिका को बताया कि देलवाड़ा थाना क्षेत्र के नेगडिय़ा टोल नाके पर आठ लेन बनी हुई है, जिनमें हरेक पर एक किन्नर खड़ा रहता है। कोई भी गाड़ी ज्योंही रुकती है, टोल पर्ची कटवाने से पहले या बाद में पैसा देने के लिए दबाव बनाया जाता है। कई वाहनचालक डर के मारे पैसा दे देते हैं। कई लोग नजरअंदाज कर निकल जाते हैं तो उन्हें पीछे से गालियां सुननी पड़ती हैं। जाते-जाते उन्हें किन्नर गाड़ी का टायर पंक्चर होने की बद्दुआ देते हैं। कुछ वाहनचालकों ने यह भी बताया कि कई बार उनका बर्ताव देखकर डर लगता है कि मारपीट न कर दे। पुलिस में शिकायत कर कोई झंझट मोल नहीं लेना चाहता।
मराठी बोलते हैं, मुम्बई के होने की आशंका
चालकों ने बताया कि ये किन्नर मराठी बोलते हैं। हिन्दी बोलने में भी पुट मुम्बइया लगता है। ऐसे में अनुमान है कि ये महाराष्ट्र से आए हैं। यह गैंग कुछ सप्ताह से ही यहां सक्रिय हुई है।
टोलकर्मी रहते हैं मौन, मिलीभगत की आशंका
यात्रियों का मानना है कि टोल पर आठ लेन है तथा हरेक बूथ पर एक किन्नर खड़ा रहकर वसूली कर रहा है, लेकिन टोलकर्मी कुछ नहीं बोलते। यहां 6 गार्ड भी लगे हैं, जिन्हें शिकायत करने पर भी उन पर असर नहीं होता। ऐसे में उनकी मिलीभगत से वसूली होने की आशंका भी जताई जा रही है।
जैसी हैसियत, वैसी वसूली
बताया गया कि बाइक सवार से 50 तो कार चालक से 500 रुपए तक मांग लिए जाते हैं। ट्रक व अन्य भारी वाहनचालकों से भी 500 सौ से कम में बात नहीं होती।

कार्रवाई करवाता हूं
ऐसा जानकारी में नहीं है। सम्बंधित थानाधिकारी को निर्देशित कर जरूरी कार्रवाई करवाई जाएगी। वाहनचालकों के लिए सफर सुरक्षित हो, यह व्यवस्था की जाएगी।
राजेश गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, राजसमंद
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