मगरे का एक और लाल देश के लिए हुआ बलिदान
राजसमंदPublished: Nov 11, 2019 12:57:37 pm
भीम उपखंड के आंतरिया का जवान शिवपालसिंह जैसलमेर में शहीदमंगलवार को पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
मगरे का एक और लाल देश के लिए हुआ बलिदान
प्रमोद भटनागर
राजसमंद/भीम. जिले के भीम उपखंड की जस्साखेड़ा ग्राम पंचायत अंतर्गत आंतरिया गांव का इक्कीस वर्षीय जवान शिवपालसिंह पुत्र सतपाल सिंह रावत जैसलमेर में सेना के अभ्यास के दौरान गोला-बारूद के फटने से गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे उपचार के लिए चण्डीगढ़ स्थित सेना के अस्पताल में ले जाया ग या, जहां उसकी मौत हो गई। शहीद की पार्थिव देह सोमवार शाम तक पहुंचेगी और मंगलवार को उसके अंतिम संस्कार की संभावना है। शहीद परिवार में सबसे छोटा है, उससे बड़े दो भाई किशनपाल और चंद्रपाल हैं। इनमें से एक का सेना चयन हो चुका है, लेकिन मामला न्यायालय में विचाराधीन है। एक बहन रेखा है, जिसका विवाह हो चुका है। जबकि शहीद जवान अभी अविवाहित ही था। वहीं, पिता सतपाल सिंह भी सेना में थे, जो सूबेदार के पद से करीब दस साल पहले ही सेवानिवृत्त हुए हैं। शहीद जवान की नियुक्ति वर्ष 2017 में ही हुई थी और महज दो वर्ष बाद वह शहीद हो गया। किशनपाल चंद्रपाल, रेखा एक का सेना में चयन पर न्यायालय में विचाराधीन, अविवाहित दो माह पूर्व गांव आया था। बताया गया कि उसकी शहादत की सूचना रविवार देर रात को पजिनों को मिल गई थी। इसके बाद सबसे पहले भीम पुलिस ने गांव पहुंचकर शहीद के परिजनों को ढाढ़स बंधाया।
भीम का तीसरा जवान शहीद
मगरा क्षेत्र के भी में शिवपाल सिंह हाल के वर्षों में शहीद होने वाला तीसरा जवान है। इससे पूर्व वर्ष 2016 में जवाजा बिलियावास निवासी निम्बसिंह कश्मीर में आतंकियों के हमले में शहीद हो गए थे। वहीं, वर्ष 2018 में भी कश्मीर में आतंकियों के हमले में जवान परवेज काठात भी शहीद हो गए थे।