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हर परिस्थितियों में साथ दे, वही सच्चा भाई- संत माधव गोपाल

locationराजसमंदPublished: May 01, 2019 12:43:14 pm

Submitted by:

laxman singh

राम कथा में रामायण के आदर्श चरित्रों से सीख लेने का आह्वान

shri ramkath at murda

हर परिस्थितियों में साथ दे, वही सच्चा भाई- संत माधव गोपाल

प्रमोद भटनागर
कुंवारिया. संत माधव गोपाल ने कहा कि जो हर परिस्थितियों में साये की तरह न सिर्फ साथ रहे, बल्कि हर समय मदद को तैयार रहे, वही सच्चा भाई हो सकता है। उन्होंने कहा कि रिश्तेदारों की पहचान विपरीत परिस्थिति में ही होती है।
वे मुरड़ा में आयोजित नौ दिवसीय श्री रामचरित्र मानस की संगीतमय कथा के सातवें दिन मंगलवार को प्रभु श्रीराम के वनवास के प्रसंग पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राजा दशरथ के द्वारा कैकयी के वचनो में बंधे होने के कारण पुत्र राम को 14 वर्ष का वनवास दिया था। ये प्रभु श्री राम ही थे, जिन्होने समाज में यह आदर्श स्थापित किया कि पिता श्रेष्ठ होता है तथा पिता की हर बात को आदेश मानकर अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने वर्तमान पाश्चात्य संस्कृति की जीवन शैली पर चुटकी लेते हुए कहा कि वर्तमान में अगर पिता ऐसी बात बोल देवे तो पुत्र पिता को वनवास भेज देते हैं। वर्तमान में शिक्षा मात्र किताबी हो गई, जिसमें संस्कारों व आदर्शों की स्थापना नहीं हो पा रही है। यह किताबी शिक्षा ही है, जो दिखावटीपन को लोगों में बढ़ा रही है, जो कि समाज व देश के लिए घातक है।
उन्होंने कथा के प्रसंग पर आते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों की जानकारी होते ही प्रभु श्री राम के साथ उनके छोटे भाई लक्ष्मण भी वनवास के लिए साथ चले गए। ऐसे सेवाभावी छोटे भाई काफी बिरले होते हैं। उन्होने कहा कि जो हर परिस्थितियों में साथ दे, वो ही सच्चा भाई होता है। उन्होंने कहा कि रामायण का एक-एक पात्र हमें आदर्श जीवन जीने के महत्व को समझाता है। कथा के दौरान आचार्य मुकेश शर्मा, गोविन्द शर्मा, नंदलाल शर्मा ने मंत्रोचार के साथ विशेष जप किए। संगीतमय कथा के मध्य विभिन्न प्रसंगों पर भावपूर्ण भजन भी प्रस्तुत किया गया।
पंचकुण्डीय महायज्ञ आज से
मुरड़ा में नौ दिवसीय श्रीराम कथा व पंचकुण्डीय महायज्ञ के तहत बुधवार सुबह से देवपूजन, अग्नि मंथन, कुंड पूजन, अग्नि प्रवेश आचार्य आदि अनुष्ठान होंगे।

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