नाथद्वारा. लोकसभा चुनाव को लेकर नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने गर्मी के बावजूद अपने घरों से निकलकर उत्साह के साथ मतदान किया। इससे विधानसभा में लगभग ७२ प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, शहर के मतदाताओं ने भी अपार उत्साह के साथ हुए मतदान किया।
नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले २४१ मतदान केन्द्रों में से कई मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की आवाजाही बढऩे लगी थी। जबकि, दोपहर के समय मतदान धीमा रहा। इसके बाद सायंकाल ४ बजे बाद मतदाताओं ने अपने घरों से निकलकर मतदान किया। राज्य विधानसभा अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक डॉ. सीपी जोशी ने पत्नी डॉ. हेमलता जोशी के साथ शहर के रिसाला चौक स्थित मंदिर मंंडल के मुख्य निष्पादन अधिकारी कार्यालय के मतदान केन्द्र पर प्रात: सवा ११ बजे मतदान किया। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी देवकीनंदन गुर्जर ने उपखंड अधिकारी कार्यालय परिसर में स्थित मतदान केन्द्र पर मतदान किया। जबकि, पालिकाध्यक्ष लालजी मीणा ने शहर के नाथूवास स्थित विद्यालय में मतदान किया। आदर्श मतदान केन्द्र कन्या महाविद्यालय में भी कई मतदाताओं ने मतदान करने आने वाले मतदाताओं के लिये की गई व्यवस्थाओं को सराहा। जबकि, बालिका उमावि में बनाए गए महिला बूथ पर भी सभी महिला कार्मिकों ने उत्साह के साथ सेवाएं दी।
पहली बार मतदान का उत्साह
क्षेत्र के पाखंड मतदान केन्द्र पर पहली बार मतदान करने आई द्वितीय वर्ष की छात्रा रीना कुंवर ने मतदान करने के बाद उत्साहित होकर बताया कि उसे पहली बार मतदान करने का जो आकर्षण था वो ईवीएम का बटन दबाने के बाद आभास हुआ। उत्साह के मारे वह यह तक नहीं बता पाई कि चुनाव किसके हो रहे हैं और प्रत्याशी कौन-कौन हैं।
पालकी की तरह लाए भंवर कुंवर को : बिजनोल स्थित मतदान केन्द्र पर ९० वर्षीय बुजुर्ग महिला भंवर कुंवर को चलने में असमर्थ होने से गांव के युवा पालकी में बैठाकर मतदान कराने पहुंचे। इस दौरान महिला ने घूंघट ओढ़ रखा था।
पुरूष व महिला मतदाता बराबर : क्षेत्र के नोहरा परावल स्थित मतदान केन्द्र पर कुल १०९८ मतदाता हैं, जिसमें महिला व पुरुष दोनों ही बराबर ५४९ की संख्या में हैं।
विधानसभा के बाद लोकसभा में भी नाम नहीं : शहर के मतदान केन्द्र संख्या ९४ पर मतदान करने पहुंची तेजाजी का चौक निवासी मंजू पोरवाल ने बताया कि न तो उनके घर पर पर्ची आई और न ही उनका वोटर लिस्ट में नाम था। जबकि, विधानसभा चुनाव में भी उनके पति राजेन्द्र पोरवाल सहित चार जनों ने मतदान नहीं किया एवं इस बार भी उनका नाम नहीं जुड़ पाया, जिससे वे चारों मतदान नहीं कर पाए ।
पूर्व पालिकाध्यक्ष ने नहीं डाला वोट : स्थानीय पालिकाध्यक्ष लालजी मीणा ने अपने मताधिकार का उपयोग वार्ड के नाथूवास स्थित विद्यालय में मतदान करके किया। जबकि, पूर्व पालिकाध्यक्ष गीता शर्मा के ऑस्ट्रेलिया में प्रवास पर होने से वे मतदान नहीं कर पाईं।
शहर में सर्वाधिक लाइन : शहर के फौज मोहल्ला स्थित एक मतदान केन्द्र पर सुबह ८ बजे से पहले ही मतदाताओं की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई। इस दौरान उन मतदाताओं में उत्साह अधिक था, जो पहली बार मतदान करने आई। प्राची लखोटिया भी लाइन में लगी, जिसके बावजूद उसमें उत्साह दिखाई दिया।
लालबाग में ईवीएम सील में लगी देरी : शहर के लालबाग स्थित आदर्श मतदान केन्द्र पर ईवीएम को सील करने में देरी हो जाने से ७ बजे के कुछ देर बाद मतदान शुरू हो पाया।
पहली बार गुजरात पुलिस भी दिखी ड्यूटी पर : शहर के विभिन्न मतदान केन्द्रों पर इस बार के चुनाव में गुजरात पुलिस को भी ड्यूटी पर लगाया गया। ऐसे में राजस्थान पुलिस के साथ गुजरात की पुलिस के अधिकारी एवं कमर्चारी ड्यूटी दे रहे थे।
भीम. कस्बे के राजकीय आदर्श उमावि में बूथ संख्या 68 पर भाजपा प्रत्याशी दीया कुमारी पहुंची और बूथ का निरीक्षण किया। इसके बाद दोपहर 12 बजे उन्होंने अन्य बूथों को भी देखा। इस दौरान प्रथम बार मतदान करने वाली कई युवतियों ने प्रत्याशी के साथ सेल्फी भी ली। पहली बार मतदान करने पहुंचे राहुल शर्मा ने कहा कि अधिकाधिक मतदान होने से राष्ट्र मजबूत होता है। विधायक सुदर्शन सिंह रावत ने शाम पांच बजे परिवार के लोगों के साथ नंदावट के मतदान केन्द्र पहुंचकर मतदान किया।
रिछेड़. यहां लोकसभा चुनाव को लेकर सोमवार सुबह छह बजे से ही मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की कतारें लगनी शुरू हो गई थी। सुबह 10 बजे तक बूथ संख्या 165 पर 35 प्रतिशत मतदान हो चुका था। इसके बाद भीषण गर्मी से मतदान धीमा हो गया, जो शाम चार बजे फिर बढ़ा। शाम छह बजे तक रिछेड़ में 52.72 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, सुखार में 62.93 प्रतिशत, अंटालिया में 67.67 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, थुरावड़ में 3145 में से 1997 मतदाताओं ने वोट डाले।
खमनोर. कस्बे के एक मतदान केंद्र महाराणा प्रताप उमावि में वोट डालने पहुंचे पूर्व प्रधान पुरुषोत्तम माली को परिचय पत्र नहीं होने पर मतदान कर्मियों ने वोट नहीं डालने दिया। माली वोट डालने के लिए निर्वाचन आयोग की पर्ची व आधार कार्ड की फोटो कॉपी लेकर मतदान करने पहुंचे थे। मतदानकर्मी ने आधार कार्ड की मूल कॉपी नहीं होने पर वोट डालने से मना कर दिया। इस पर पूर्व प्रधान ने किसी परिचित को अपने घर भेजकर आधार कार्ड की मूल कॉपी मंगवाकर वोट डाला। इधर, सुरक्षा को लेकर अधिकारी, पुलिस व सुरक्षाबल पूरी तरह मुस्तैद रहे। सुबह से ही मतदान केंद्रों के आसपास की दुकानों को बंद करवा दिया गया।