इधर, घटना की जानकारी मिलने पर प्रशासन ने पटवारी संजय मीणा एवं आरआई कानाराम मेघवाल को मौके पर भेज मौका-परचा बनवाया। जबकि, देवपुरा के पुत्र सत्यनारायण देवपुरा अचानक हुई घटना की जानकारी मिलने पर केलवाड़ा पहुंचे व प्रशासन को सूचित किया। इस पर प्रशासन ने उनसे प्रतिमा लगाने के बारे में जानकारी मांगी, जिस पर देवपुरा ने बताया कि उन्होने जो प्रतिमा बनावाई है, वो उनके पास रखी है, स्थापित की गई प्रतिमा उनकी नहीं है। बाद में प्रशासन की सहमती से स्थानीय युवकों की मदद से विवादित पेडस्टल पर लगी मूर्ति को हटवा दिया गया। प्रतिमा बाद में प्रशासन को सुपुर्द कर दी गई। इस पूरे मामले को लेकर उपखण्ड अधिकारी गोविन्दङ्क्षसह रत्नू ने बताया कि कार्रवाई करने से पूर्व ही प्रतिमा हटा दी गई। लेकिन, दुबारा कोई ऐसा करता है, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवकीनन्दन गुर्जर ने मामले में कहा कि पूरे प्रकरण की जिला कांग्रेस कमेटी तथ्यात्मक जांच करेगी। मैंने कुछ गलत नहीं किया
स्व.हीरालाल देवपुरा की प्रतिमा लगाकर मैंने कोई गलत नहीं किया है। अगर हटा दी गई है, तो यह तो दुर्भाग्य पूर्ण है।
पुष्पा मेहता, पूर्व प्रदेश महासचिव, महिला कांग्रेस