जानकारी के अनुसार जेके टायर फैक्ट्री कांकरोली में सुबह 6 बजे की शिफ्ट में कार्मिक फैक्ट्री में प्रवेश कर रहे थे। तब भामसं श्रमिक फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और इंटक युनियन से जुड़े श्रमिक पहुंच गए और रास्ता देने की बात को लेकर तकरार हो गई। फिर दोनों संगठनों के श्रमिकों ने नारेबाजी शुरू के बाद हाथापाई के बाद मारपीट के हालात बन गए। इस दौरान कथित तौर पर चाकूवार कर दिया, जिससे रामकिशन पूर्बिया, सुरेंद्र कुमार चौधरी, गोपालचंद्र, अश्विनीकुमार, बंशीलाल व कुलदीपसिंह राठौड़ घायल हो गए। घटना के बाद घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती करवा दिया।
आठ थानों का जाब्ता तैनात
जेके फैक्ट्री में अल सुबह श्रमिक संगठनों में झड़प के बाद एसडीएम राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल, राजसमंद डीएसपी राजेंद्रसिंह, नाथद्वारा डीएसपी कानसिंह भाटी मय जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंच गए। साथ ही कांकरोली, राजनगर, महिला थाना, कुंवारिया, रेलमगरा, खमनोर व नाथद्वारा थाने के साथ एमबीसी व पुलिस लाइन से रिजर्व जाब्ता तैनात कर दिया। पुलिस ने भीड़ को हटा दिया। फिर भामसं कार्यकर्ता संगठन कार्यालय के बाहर एकत्रित हो गए, जबकि इंटक से जुड़े कार्यकर्ता चले गए। उसके बाद फैक्ट्री के मुख्य द्वार से लेकर रेलवे स्टेशन व भामसं कार्यालय के बाहर तक विशेष पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया।
प्रबंधन के इशारे पर हमले का आरोप
राजसमंद. जेे टायर कर्मचारी संघ (भामसं) के अध्यक्ष दिनेश पालीवाल ने जेके टायर फैक्ट्री प्रबंधन के इशारे पर भामसं कार्मिकों पर प्राणघातक हमले का आरोप लगाया है। आरोप है कि फैक्ट्री प्रबंधन के इशारे पर इंटक के कतिपय लोगों ने चाकू, सरिये, डंडों व पत्थरों से दस कार्मिकों पर जानलेवा हमला किया, जिसमें पांच लोग गंभीर घायल हो गए।
23 के खिलाफ प्रकरण दर्ज
जेके टायर फैक्ट्री में दो श्रमिक गुटों में मारपीट की घटना के बाद गीजगढ़, सिंकदरा (दौसा) हाल जेके कॉलोनी राजसमंद निवासी कुलदीपसिंह पुत्र अचलसिंह राजपूत की रिपोर्ट पर शंकरलाल जाट सहित 23 लोगों के खिलाफ कांकरोली थाने में रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में बताया कि रास्ता रोक कर उसके साथ मारपीट की। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी।