डॉ. सीपी जोशी
राजसमंद जिले के कुंवारिया कस्बे में जन्मे डॉ. सीपी जोशी का बचपन नाथद्वारा में गुजरा तथा नाथद्वारा और उदयपुर में शिक्षा-दीक्षा ग्रहण की। डॉ. जोशी ने उदयपुर के एमबी कॉलेज में शिक्षा ली तथा 1970-71 और 1974-75 में यहीं से राजनीति में कदम रखते हुए छात्र संघ अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद लगातार एक के बाद एक बड़ी सफलता मिलती गई। वर्ष 1980, 1985, 1998 व 2003 में विधायक चुने गए। इस दौरान यह कैबिनेट मंत्री भी रहे। इनकी प्रतिभा को देखते हुए वर्ष 2007 में कॉग्रेंस ने इन्हें प्रदेश प्रभारी बनाया। वर्ष 2009 में यह भीलवाड़ा से सांसद चुने गए और केंद्र के मंत्री मंडल में शामिल होकर पंचायत राजमंत्रालय, भूतल परिवहन एवं सडक़ राजमार्ग मंत्रालय, रेल्वे मंत्रालय की जिम्मेदारी निभाई। वर्तमान यह कॉग्रेस पार्टी के महासचिव होकर राष्ट्रीय राजनीति में अहम नेता माने जाते हैं।
राजसमंद जिले के कुंवारिया कस्बे में जन्मे डॉ. सीपी जोशी का बचपन नाथद्वारा में गुजरा तथा नाथद्वारा और उदयपुर में शिक्षा-दीक्षा ग्रहण की। डॉ. जोशी ने उदयपुर के एमबी कॉलेज में शिक्षा ली तथा 1970-71 और 1974-75 में यहीं से राजनीति में कदम रखते हुए छात्र संघ अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद लगातार एक के बाद एक बड़ी सफलता मिलती गई। वर्ष 1980, 1985, 1998 व 2003 में विधायक चुने गए। इस दौरान यह कैबिनेट मंत्री भी रहे। इनकी प्रतिभा को देखते हुए वर्ष 2007 में कॉग्रेंस ने इन्हें प्रदेश प्रभारी बनाया। वर्ष 2009 में यह भीलवाड़ा से सांसद चुने गए और केंद्र के मंत्री मंडल में शामिल होकर पंचायत राजमंत्रालय, भूतल परिवहन एवं सडक़ राजमार्ग मंत्रालय, रेल्वे मंत्रालय की जिम्मेदारी निभाई। वर्तमान यह कॉग्रेस पार्टी के महासचिव होकर राष्ट्रीय राजनीति में अहम नेता माने जाते हैं।
हरिओमसिंह राठौड़
केलवा में जन्मे तथा राजसमंद, उदयपुर में शिक्षा-दीक्षा ली। राठौड़ ने शिक्षाग्रहण करने के दौरान 1980 में विश्वविद्यालय के अध्यक्ष चुने गए। 1995 में जिला प्रमुख बनकर जिले का नेतृत्व किया। वर्ष 1998 में भाजपा ने इन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी। 2004 में भाजपा जिलाध्यक्ष बने, वहीं 2014 में पुन: भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल कर इन्हें प्रदेश महामंत्री बनाया गया। बाद में राठौड़ प्रदेश की राजनीति से ऊपर उठकर देश की राजनीति का हिस्या बने। वर्तमान में वह भाजपा से राजसमंद सांसद हैं।
यह भी निकले कॉलेज राजनीति से
रविगर्ग: एसआरके कॉलेज से निर्दलीय अध्यक्ष बने। बाद में कांग्रेस में शामिल हुुए तथा तीन बार पार्षद चुने गए। वर्तमान में युवक कांग्रेस प्रदेश महासचिव हैं तथा नगर परिषद पार्षद हैं। महेंद्रसिंह चौहान: एसआरके कॉलेज में एबीवीपी से अध्यक्ष रहे। बाद में भाजयुमो में जिलाध्यक्ष रहे। वर्तमान में भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता हैं।