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राजसमंद में कचरे के ढेर ने गिराई नगरपरिषद की स्वच्छता रैंक

locationराजसमंदPublished: Jun 25, 2018 11:41:22 am

Submitted by:

laxman singh

कचरा संग्रहण में गीला, सूखा कचरा अलग-अलग नहीं लेने पर मिले 1400 में से 108 नम्बरराजसमंद को ७२वीं, नाथद्वारा ७९वें, आमेट १२९, देवगढ़ को १३२वीं रैंक

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राजसमंद में कचरे के ढेर ने गिराई नगरपरिषद की स्वच्छता रैंक

राजसमंद. स्वच्छता सर्वेक्षण की दौड़ में राजसमंद नगर परिषद सहित जिले की चारों नगरनिकाय काफी पीछे रह गईं। पिछडऩे का एक बड़ा कारण यहां कचरा संग्रहण को माना जा रहा है, क्योंकि स्वच्छता मानकों के नियमानुसार गीला और सूखा कचरा अलग-अलग लेकर उसे निस्तारित करना होता है, जबकि यहां सभी कचरा एक साथ संग्रहित किया जाता है। बता दें कि सर्वेक्षण द्वारा जारी आंकड़ों में नगर परिषद को प्रदेश में ७२वीं, राष्ट्रीय स्तर के ४०४१ शहरों की तुलना में ५७२वीं रैंक मिली है। जबकि नाथद्वारा को प्रदेश में ७९वीं, आमेट को १२९वीं व देवगढ़ को १३२वीं रैंक मिली है। नगर परिषद को चार हजार पूर्णांक में से १८१३ अंक मिले हैं। २०११ के आंकड़ों के अनुसार शहर के ३५ वार्डों की जनसंख्या करीब ६७७९८ है। यह अंक सेवा स्तर प्रगति, प्रत्यक्ष अवलोकन, नागरिक प्रतिक्रिया के अनुसार स्वच्छता सर्वेक्षण जांच दल द्वारा दिए गए हैं। गौरतलब है कि पूर्व में स्व्चछता जांच दल ने शहर के ३५ वार्डों में जाकर शौचालय एवं घरों के बाहर स्वच्छता को प्रत्यक्ष रूप से देखा, उसके बाद शहर के लोगों से प्रतिक्रिया लेकर अंक दिए गए।
स्वच्छता एप से अनजान
शहर में अधिकतर कई लोग स्वच्छता एप से अज्ञात हैं। जबकि नगरपरिषद को उच्चाधिकारियों से स्पष्ट निर्देश है कि लोगों को स्वच्छता एप के बारे में पता हो, लेकिन शहर में आधे से ज्यादा लोगों को इस एप के बारे में पता नहीं है।
यह है सेवा स्तर प्रगति
शहर को सबसे कम नम्बर मिले हैं सेवा प्रगति स्तर पर, इसमें १४०० के पूर्णांक में से १०८.९७ नम्बर ही मिले हैं। स्वच्छता में शामिल मापदंड कचरा संग्रहण वाहन का कचरा दो भागों में विभाजित किया जाए। गीला कचरा अलग और सूखा कचरा अलग किया जाए। लेकिन यहां एक ही वाहन में गीला और सूखा कचरा संग्रहण किया जाता है। इसलिए नम्बर कम मिले हंै।
प्रत्येक्ष अवलोकन
इसश्रेणी में नम्बर देने के लिए बाहर से स्वच्छता जांच दल आया, जिसने पहले दिन परिषद में स्वच्छता के दस्तावेजों की जांच की। शौचालय से लेकर स्वच्छता के निर्माण तक के दस्तावेज जांचे। दूसरे दिन शहर में प्रत्येक्ष रूप से टीम ने अवलोकन किया। बाद में दल ने १२०० में से ८७९.६३ नम्बर दिए।
नागरिक प्रतिक्रियाओं की रही कमी…
शहर में सफाई के लिए और सुधार की आवश्यकता है। अन्य शहरों के मुकाबले शहर की सफाई व्यवस्था काफी ठीक है। उसके बावजूद नागरिक प्रतिक्रिया में नम्बर कम हैं। अबकी बार लोगों में जागरूकता लाई जाएगी। नागरिकों से सहयोग लिया जाएगा।
बृजेश रॉय, आयुक्त नगरपरिषद राजसमंद

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