प्रदेश की इस झील का पूरा सिस्टम हुआ खराब, इलाज की दरकार
राजसमंदPublished: Nov 21, 2023 11:33:59 am
- राजसमंद झील का निर्माण 1662 से 1676 के बीच हुआ था। इस दौरान सिर्फ दायीं नहर बनाई गई थी। इसके पश्चात करीब 55 साल पहले बायीं नहर बनाई गई, इसके साथ ही सलूस आदि का निर्माण करवाया गया था, लेकिन अब यह काफी पुराने होने के कारण स्थिति खराब हो गई है। ऐसे में अब पूरे सिस्टम को बदलने की दरकार है।


राजसमंद. झील की पाल की क्षतिग्रस्त सीढ़ी एवं उसमें उगा पेड़।
राजसमंद झील की मरम्मत के साथ ही अब पूरे सिस्टम को सुधार की आवश्यकता है। स्थिति यह है कि झील से निकलने वाली नहरों की स्थिति खराब है। वहीं ऑफिस बिल्डिंग के साथ ही पाल भी क्षतिग्रस्त हो गई है। पाल की जड़ में पेड़-पौधे उग आए हैं, तो कहीं पर चूहों से स्थिति विकट हो रही है। राजसमंद झील का निर्माण सन् 1662-1676 में मेवाड़ के राणा राजसिंह ने करवाया था। झील से वर्तमान में शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति की जाती है, वहीं झील में पानी होने की स्थिति में इससे आस-पास के गांवों में सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाता है। इस वर्ष भी झील ओवर फ्लो होकर छलकी। इसके कारण नहरों को 16 नवम्बर को खोला गया, हालांकि बायीं नहर तकनीकी कारणों के चलते देरी से खुली। पिछले दो दिन से बायीं नहर से पानी की निकासी जारी है, जबकि दायीं नहर से पानी की निकासी अनवरत जारी है। इससे गांवों में सिंचाई के लिए पानी पहुंच रहा है।