गांव में खुलना चाहिए ई-सखी केन्द्र
गांवों में आज भी बाल विवाह हो रहे हैं। उन्हें रोकने के लिए ई-सखी केन्द्र खोलने चाहिए। जहां बालिकाएं बाल विवाह आदि की शिकायत कर सके। यहां पर महिलाओं से संबंधित समस्या से अवगत करा सकती है। सरकार को स्कूल में बालिकाओं के लिए स्कूल में सैनेेटरी पैड उपलब्ध कराने के साथ ही 9 से 12 साल की बच्चियों के लिए पीरियड पाठशाला होनी चाहिए। बालक-बालिकाओं को सैक्स एज्युकेशन देनी चाहिए, जिससे समय-समय पर शरीर में होने वाले बदलाव के बारे में वह जान सके। अभिभावकों को भी इस विषय में बच्चों से बात करनी चाहिए। इसके अभाव में वह अनजाने में गलत रास्ते पर चले जाते हैं।
पत्रिका का शी-न्यूज सभी को पढऩा चाहिए
राजस्थान पत्रिका समाज को सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत है। पत्रिका का शी-न्यूज बहुत अच्छा आता है। उसे सभी को पढऩा चाहिए। पत्रिका का चेंज मैकर और जागो जनमत बहुत अच्छा अभियान है। राजनीति में अच्छे लोग आएंगे तो ही सृदृढ़ समाज की कल्पना पूरी होगी। जनता मतदान से अपना भाग्य लिखती है।
जंगलों में गुलेल से फेंकते हैं सीड बॉल
पर्यावरण की सुरक्षा के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। एक पेड़ काटने पर दस गुणा पेड़ लगाने चाहिए। हम लोग मिट्टी और गोबर की गेंद बनाकर उसमें बीज रखकर सीड बॉल बनाते हैं। महिलाएं मानसून के दौरान उन्हें पहाड़ी इलाकों पर गिलोल से फेंकती है। उन सीड बॉल को वर्षा का पानी मिलते ही यह अँकुरित हो जाती है। इससे पहाड़ी क्षेत्र भी हरा-भरा हो जाता है।
‘तू खुद की खोज में निकल तू किस लिए हताश है तू चल तेरे वजूद की समय को भी तलाश हैÓ
जीवन में हर महिला को आगे बढऩा चाहिए। अपने सपनों को पूरा करने के लिए आत्मनिर्भर बनना चाहिए, जिससे की जीवन में आने वाली चुनौतियों को अच्छी तरह से मुकाबला कर सके। बालिकाओं को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा के साथ स्कील कोर्स करने चाहिए। जिससे वह अपनी इच्छाओं के साथ परिवार की घरेलू जिम्मेदारियों के साथ-साथ बेटे की तरह काम करके दिखाए, इससे धीरे-धीरे ***** भेद भी खत्म हो जाएगा।
गांवों में आज भी बाल विवाह हो रहे हैं। उन्हें रोकने के लिए ई-सखी केन्द्र खोलने चाहिए। जहां बालिकाएं बाल विवाह आदि की शिकायत कर सके। यहां पर महिलाओं से संबंधित समस्या से अवगत करा सकती है। सरकार को स्कूल में बालिकाओं के लिए स्कूल में सैनेेटरी पैड उपलब्ध कराने के साथ ही 9 से 12 साल की बच्चियों के लिए पीरियड पाठशाला होनी चाहिए। बालक-बालिकाओं को सैक्स एज्युकेशन देनी चाहिए, जिससे समय-समय पर शरीर में होने वाले बदलाव के बारे में वह जान सके। अभिभावकों को भी इस विषय में बच्चों से बात करनी चाहिए। इसके अभाव में वह अनजाने में गलत रास्ते पर चले जाते हैं।
पत्रिका का शी-न्यूज सभी को पढऩा चाहिए
राजस्थान पत्रिका समाज को सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत है। पत्रिका का शी-न्यूज बहुत अच्छा आता है। उसे सभी को पढऩा चाहिए। पत्रिका का चेंज मैकर और जागो जनमत बहुत अच्छा अभियान है। राजनीति में अच्छे लोग आएंगे तो ही सृदृढ़ समाज की कल्पना पूरी होगी। जनता मतदान से अपना भाग्य लिखती है।
जंगलों में गुलेल से फेंकते हैं सीड बॉल
पर्यावरण की सुरक्षा के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। एक पेड़ काटने पर दस गुणा पेड़ लगाने चाहिए। हम लोग मिट्टी और गोबर की गेंद बनाकर उसमें बीज रखकर सीड बॉल बनाते हैं। महिलाएं मानसून के दौरान उन्हें पहाड़ी इलाकों पर गिलोल से फेंकती है। उन सीड बॉल को वर्षा का पानी मिलते ही यह अँकुरित हो जाती है। इससे पहाड़ी क्षेत्र भी हरा-भरा हो जाता है।
‘तू खुद की खोज में निकल तू किस लिए हताश है तू चल तेरे वजूद की समय को भी तलाश हैÓ
जीवन में हर महिला को आगे बढऩा चाहिए। अपने सपनों को पूरा करने के लिए आत्मनिर्भर बनना चाहिए, जिससे की जीवन में आने वाली चुनौतियों को अच्छी तरह से मुकाबला कर सके। बालिकाओं को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा के साथ स्कील कोर्स करने चाहिए। जिससे वह अपनी इच्छाओं के साथ परिवार की घरेलू जिम्मेदारियों के साथ-साथ बेटे की तरह काम करके दिखाए, इससे धीरे-धीरे ***** भेद भी खत्म हो जाएगा।