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Video : नंद महोत्सव में रहा अपार उत्साह

locationराजसमंदPublished: Aug 13, 2020 09:27:05 pm

Submitted by:

Rakesh Gandhi

– दूध-दही व मक्खन से सराबोर होते रहे सेवक

Video : नंद महोत्सव में रहा अपार उत्साह

Video : नंद महोत्सव में रहा अपार उत्साह

राजसमंद/नाथद्वारा. जिले के नाथद्वारा स्थित श्रीनाथ जी व द्वारकाधीश मंदिर में नंद महोत्सव का प्रभु श्रीनाथजी मंदिर में अपार उत्साह रहा। ठाकुर जी को नंद महोत्सव के भाव का अलौकिक आनंद परंपरा अनुसार मंदिर में कार्य करने वाले मुखिया एवं सेवा करने वाले कराया इस अवसर पर श्रीजी बाबा के सम्मुख ग्वाल बाल के संग श्रीनाथजी के बड़े मुखिया इंद्रवदन गिरनारा नंद बाबा बने, जबकि लालन के मुखिया जी यशोदा मैया का रूप धर सखियों के साथ मंदिर के रतन चौक में हल्दी केसर युक्त दही के साथ भावपूर्ण नृत्य किया। वहीं कुछ ग्वाल बाल जो मंदिर में सेवा करते हैं उन्होंने भी आज के दिन का आनंद लिया। उसके बाद नंद बाबा बने मुखिया जी को निज मंदिर से महाप्रभुजी की बैठक में लाया गया, जहां पर उन्होंने महाप्रभुजी की बैठक में नंद बाबा के रूप प्रणाम किया। इसके बाद सभी ने भी आशीर्वाद लिया, हालांकि कोरोना की वजह से मंदिर में सेवा वालों के अलावा कोई भी नहीं था श्रद्धालुओं को आज के इस भव्य महोत्सव का लाभ नहीं मिल पाया।
द्वारकाधीश मंदिर

पुष्टि सम्प्रदाय की तृतीय पीठ कांकरोली स्थित प्रभु द्वारिकाधीश मंदिर में गुरुवार को कृष्ण के जन्म पर नंद महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नंद उत्सव पर प्रभु द्वारिकाधीश को सोने के पालना में विराजित किया गया। इस मौके पर डॉ वागीश कुमार गोस्वामी ने यशोदा मैया के रूप में प्रभु को पालना झूलाया। प्रभु के समक्ष नाना प्रकार के चांदी व लकड़ी के खिलौने चलाए गए, वहीं मंदिर के मुखिया प्रदीप सांचीहर नंद बाबा के भाव से प्रभु को लाड लड़ाते रहे। इस दौरान गोपी ग्वाल बने सेवाकर्मियों ने जमकर नृत्य किया और दही-दूध से होली खेली। पूरा रतन चौक परिसर कुछ ही देर में दही और दूध की खुशबू से महक उठा। वेदांत कुमार गोस्वामी व सिद्धांत कुमार गोस्वामी ने लड्डू-मठरी बधाई स्वरूप लुटाए, जिसको परिसर में मौजूद मंदिर सेवाकर्मियों ने बड़े ही उत्साह के साथ ग्रहण किया। नंद महोत्सव के अवसर पर सवेरे रतन चौक परिसर में दही-दूध की पूजन परम्परा का निर्वहन सहायक अधिकारी गणेशलाल सांचीहर ने पण्डित बिंदुलाल शर्मा के निर्देशन में सम्पन्न किया।
महोत्सव के दौरान कोरोना महामारी को देखते हुए राज्य व केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार इस बार श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर में पूर्णतया से निषेध रहा। इससे मंदिर परिशर में श्रद्धालुओं की कमी अखरती रही। सेवा कर्मियों ने ही इस बार प्रभु की नंद महोत्सव में भागीदारी निभाई। उल्लेखनी है हर वर्ष नंदमहोत्सव के मौके पर जिले के साथ ही देश के कई हिस्सों से श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचते रहे हैं।

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