लगातार डीजल-पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी वर्तमान परिस्थितियों में खतरनाक साबित हो सकती है। आमजन पहले ही कोरोना महामारी से त्रस्त है, ऐसे में सरकार को तुरन्त डीजल के भावों को नियंत्रित करना चाहिए, अन्यथा यह वाहनों को खड़ा करना पड़ेगा।
– महेंद्र सिंह चौहान, अध्यक्ष- दी ट्रक ट्रेलर एसोसिएशन, राजसमन्द
अनियन्त्रित तरीके से बढ़ रही डीजल की दरें ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के लिए चिंताजनक है। सरकारों को डीजल-पेट्रोल की दरों को तुरंत नियंत्रित करना चाहिए, अन्यथा व्यवसाय के हालात भयावह हो सकते हैं।
– निर्भयसिंह चौहान, अध्यक्ष- मार्बल ट्रक ट्रेलर एसोसिएशन, राजसमन्द
घाटे का सौदा साबित हो रहा है व्यवसाय
पिछले पन्द्रह दिनों से पेट्रोल-डीजल की दरें बढ़ाई जा रही है, वो अनुचित है। पहले से ही व्यवसाय नहीं के बराबर है और ऊपर से ये आर्थिक मार। आज की तारीख में माल ढोने का व्यवसाय घाटे का सौदा साबित हो रहा है। सरकार को तत्काल कुछ कदम उठाना होगा।
– शंकरसिंह झाला, उपाध्यक्ष- दी ट्रक ट्रेलर एसोसिएशन, राजसमंद
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में भारी गिरावट के बावजूद पेट्रोल-डीजल मंहगे दामों मे बेचे जा रहे है। बढ़ी हुई कीमतों के कारण ट्रक व्यवसायी अपना व्यवसाय नहीं कर पा रहे हैं और गाडिय़ों को खड़ी करने की नौबत आ गई है
– गिरिराज पालीवाल, महामंत्री- दी ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन राजसमन्द
डीजल पेट्रोल की कीमतों में पिछले पंद्रह दिनों में दस प्रतिशत की बढ़ोतरी ट्रक ट्रेलर मालिक के लिए चिंताजनक है। इस व्यापार की पहले ही कमर टूटी हुई है। कोरोना संक्रमण के दौरान ये बढ़ोतरी जनता पर दोहरी मार साबित हो रही है। अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान में डीजल-पेट्रोल की कीमत ज्यादा है। अगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो स्थिति और खराब हो सकती है व इस व्यवसाय को बंद करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।
– भगवतीलाल पालीवाल, ट्रेलर व्यवसायी
राजसमन्द से मार्बल ट्रेलर भरकर किशनगढ़ लेकर जा रहे हैं। सप्ताह भर में एक बार गाड़ी का नम्बर आता है। उसमें भी जो बचत होती है वो डीजल की बढ़ी रेटों के कारण हाथ में नहीं रहती। कुल मिलाकर बहुत हानि हो रही है। यही स्थिति रही तो ट्रेलर खड़े करने पड़ेंगे।
– भगवानलाल रेबारी, ट्रेलर व्यवसायी, उमठी
ट्रक व्यवसाय तीन माह बंद था। पहले डीजल करीब 68 रुपए प्रति लीटर है। आज 80 रुपए से ऊपर चला गया है। अभी सरकार ने स्टेट की बसों का टैक्स माफ किया था। अत: हमारा भी टैक्स माफ किया जाए तथा वैट कम किया जाए। एक तरफ राहत पैकेज की घोषणा होती है, दूसरी तरफ इस तरह के कदम पीड़ादायी है।
– लक्ष्मीनारायण पालीवाल, कोषाध्यक्ष- मार्बल ट्रक ट्रेलर एसोसिएशन, राजसमंद