जानकारी के अनुसार नौचोकी और सिंचाई उद्यान के साथ ही सेवाली, रूण, भाणा व भगवान्दा से कतिपय बदमाश नाव झील में उतार रहे हैं। राजसमंद झील से आम लोगों की आस्था व श्री द्वारकाधीश मंदिर होने मत्स्याखेट पर जिला प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगा रखा है। फिर भी पुलिस व प्रशासनिक मिलीभगत के चलते हर रोज अंधेरा ढलने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र से झील में नाव उतार कर बदमाश प्रवृत्ति के लोग झील पेटे में जाल बांधकर मछलियां पकड़ रहे हैं। अवैध मत्स्याखेट के कारोबार से पुलिस के साथ प्रशासनिक अमले के अफसर व कार्मिक भी वाकिफ है। फिर भी मत्स्याखेट रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
जाल में फंस गया युवक, बचाया
नौचोकी पाल के पास झील में सुबह तैराकी के दौरान कुछ लोगों के पैर फंस गए। तभी पाल के पास तैराकी कर रहे अन्य युवा चाकू व ट्यूब लेकर पहुंचे। फिर जाल को काट कर युवक को मुक्त किया। साथ ही सार्वजनिक निर्माण विभाग के पास टंकी से लेकर बायण माता मंदिर की तरफ करीब दो किमी. लम्बे जाल को काट बाहर निकाला गया।
नौचोकी पाल के पास झील में सुबह तैराकी के दौरान कुछ लोगों के पैर फंस गए। तभी पाल के पास तैराकी कर रहे अन्य युवा चाकू व ट्यूब लेकर पहुंचे। फिर जाल को काट कर युवक को मुक्त किया। साथ ही सार्वजनिक निर्माण विभाग के पास टंकी से लेकर बायण माता मंदिर की तरफ करीब दो किमी. लम्बे जाल को काट बाहर निकाला गया।
नौचोकी योग क्लब की जागरुकता
राजसमंद झील संरक्षण को लेकर नौचोकी योग क्लब की जागरुकता से कई हादसे बच गए। क्लब की मांग के बाद नौचोकी पाल पर नियमित सफाई की व्यवस्था हुई। साथ ही कई प्रयास किए हैं।
राजसमंद झील संरक्षण को लेकर नौचोकी योग क्लब की जागरुकता से कई हादसे बच गए। क्लब की मांग के बाद नौचोकी पाल पर नियमित सफाई की व्यवस्था हुई। साथ ही कई प्रयास किए हैं।
कई बार चेताया, नहीं करते कार्रवाई
झील में मछलियां पकडऩे की जाल अब लोगों के लिए भी जानलेवा हो गई है। इसके लिए कई बार थाना पुलिस व जिला प्रशासन भी अवगत कराया। लगता है थाने से लेकर प्रशासन तक के अफसरों की मिलीभगत है। तभी कार्रवाई नहीं हो रही है। अब प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो हम खुद जाकर तस्करों को पकड़ेंगे और तब जो भी हालात उत्पन्न होंगे, उसके लिए पुलिस और प्रशासन ही जिम्मेदार होगा। यह लोगों की आस्था से खिलवाड़ है।
भगवतीलाल पालीवाल, जिला मंत्री विहिप
झील में मछलियां पकडऩे की जाल अब लोगों के लिए भी जानलेवा हो गई है। इसके लिए कई बार थाना पुलिस व जिला प्रशासन भी अवगत कराया। लगता है थाने से लेकर प्रशासन तक के अफसरों की मिलीभगत है। तभी कार्रवाई नहीं हो रही है। अब प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो हम खुद जाकर तस्करों को पकड़ेंगे और तब जो भी हालात उत्पन्न होंगे, उसके लिए पुलिस और प्रशासन ही जिम्मेदार होगा। यह लोगों की आस्था से खिलवाड़ है।
भगवतीलाल पालीवाल, जिला मंत्री विहिप
प्रशासनिक अकृमण्यता, करेंगे आंदोलन
नौचोकी, सिंचाई उद्यान की दुदर्शा व मत्स्याखेट को लेकर कई बार प्रशासन को बता दिया। राजस्थान पत्रिका की खबर के बाद भी अफसर नहीं चेते। यह प्रशासनिक अकृमण्यता है। अब शहरवासी आंदोलन करेंगे, जिसके लिए प्रशासन ही जिम्मेदार होगा।
सम्पत लड्ढा, अधिवक्ता राजनगर
नौचोकी, सिंचाई उद्यान की दुदर्शा व मत्स्याखेट को लेकर कई बार प्रशासन को बता दिया। राजस्थान पत्रिका की खबर के बाद भी अफसर नहीं चेते। यह प्रशासनिक अकृमण्यता है। अब शहरवासी आंदोलन करेंगे, जिसके लिए प्रशासन ही जिम्मेदार होगा।
सम्पत लड्ढा, अधिवक्ता राजनगर