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मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए दर-दर ठोकरें खा रही बेवा

locationराजसमंदPublished: Jun 21, 2021 10:11:12 pm

Submitted by:

jitendra paliwal

सरकार सुन रहे हैं? : आर्थिक तंगी से परेशान, सरकारी योजनाओं से भी वंचित

मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए दर-दर ठोकरें खा रही बेवा

मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए दर-दर ठोकरें खा रही बेवा

चारभुजा. ग्राम पंचायत झीलवाड़ा के राजस्व गांव चदाणा की भागल में 20 दिनों पूर्व एक व्यक्ति गुमानसिंह पुत्र देवीसिंह चदाणा ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। ऐसे में परिवार में कमाने वाला कोई नहीं रहा, जिससे मृतक की पत्नी व सात वर्षीय पुत्र के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
पति की मौत के बाद केलूपोश मकान में बिजली कनेक्शन भी नहीं होने व सभी सरकारी सुविधाओं से वंचित होने से बेवा परेशान है। ऐसे में सरकारी योजनाओं से लाभ लेने के लिए पति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बेवा ग्राम पंचायत कार्यालय में 15 दिनों से चक्कर काट रही है, लेकिन उसे मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिला है। हालांकि आर्थिक तंगी को देखते हुए समाजसेवियों ने मदद के लिए आगे आकर एक बार तो राशन की व्यवस्था करवा दी है। लेकिन, आने वाले समय में उसके समक्ष भी रोटी-कपड़े का संकट खड़ा हो जाएगा। बेवा ने बताया कि उसका परिवार खाद्य सुरक्षा, नरेगा, प्रधानमंत्री ग्रामीण सहायता योजना से नहीं जुड़ पाया है। मृत्यु प्रमाण पत्र बन जाता तो पालनहार योजना के लिए भी आवेदन कर सकती थी। इससे उसे बच्चे की पढ़ाई आदि के लिए दिक्कत नहीं होती।
इस संबंध में ग्राम पंचायत के सचिव नारायण लाल मोबारसा ने बताया कि मृत्यु प्रमाण पत्र ऑफलाइन तो बन गया है, ऑनलाइन नहीं बन पाया है। इसका चार्ज सहायक सचिव जीवराज सिंह शेखावत के पास है। शेखावत के पास ओटीपी जाएगी तभी प्रमाण पत्र बन पाएगा। सहायक सचिव शेखावत से इस बारे में बात करने के लिए फोन किया पर उसने फोन नहीं उठाया। जबकि, ई-मित्र केंद्र पर मृत्यु प्रमाण पत्र बनकर तैयार पड़ा हुआ है। ई-मित्र संचालक प्रवीण ने बताया कि सहायक सचिव के बार-बार अपनी आईडी बदलने से उसके फोन पर ओटीपी नहीं जा रही है। जबकि, केंद्र पर मृत्यु प्रमाण-पत्र बन कर तैयार है।
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