विहिप, बजरंग दल, कांगे्रस के साथ भाजपा के भी कई कार्यकर्ता दोपहर दो बजे राजनगर बस स्टैंड पर एकत्रित हो गए। एक समुदाय का धार्मिक स्थल तोडऩे व दूसरे समाज का धर्म स्थल बीच रास्ते में होने पर भी नहीं तोडऩे पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में राजनगर थाना प्रभारी दिनेश सुखवाल, कांकरोली थाना प्रभारी गोविंदसिंह व उपखंड अधिकारी राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल ने पहुंचकर समझाइश की, मगर लोग नहीं माने। लोगों ने एडीएम के समक्ष बताया कि पार्षद पति कैलाश निष्कलंक, पूर्व पार्षद बद्रीलाल भोई व मनोनीत पार्षद रामचंद्र प्रजापत द्वारा धर्मस्थल तोड़ा गया। इसलिए तीनों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया जाए। बाद में थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली। भाजपा जिलाध्यक्ष भंवरलाल शर्मा ने बताया कि निष्कलंक, भोर्ठ व प्रजापत को पार्टी से निष्कासित करने के लिए रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है। इधर, नगरपरिषद ने बस स्टैंड निर्धारित स्थल पर चबुतरे का निर्माण कर देर रात मूर्ति स्थापना कर दी गई। इससे पहले सभापति सुरेश पालीवाल व आयुक्त ब्रजेश रॉय ने भी पहुंचकर समझाइश की। इस दौरान विहिप के भगवतीलाल पालीवाल, लीलेश खत्री, प्रदीप खत्री, दिनेश पालीवाल, हेमेंद्र खत्री, शैलेष चोरडिय़ा, देवीलाल साहू, भगवानसिंह, प्रकाश पालीवाल, भरत पालीवाल, महेंद्रसिंह चौहान, अशोक रांका, नर्बदाशंकर पालीवाल, नगरपषिद प्रतिपक्ष नेता अशोक टांक, चुन्नीलाल पंचोली, खुशकमल कुमावत, ब्रजेश पालीवाल, गणेश कुमावत आदि मौजूद थे। इधर, पार्षद पति कैलाश निष्कलंक बोले कि बस स्टैंड पर धर्म स्थानक पहले से था। 1 अगस्त के दिन मंदिर नहीं होने की बात कही थी। कुछ लोगों ने द्वेषता से मेरे विरुद्ध आमजन को भडक़ाया है।