चारभुजा थाना अधिकारी भवानीशंकर ने बताया कि गत 22 सितम्बर को पुलिस थाना घाटकोपर मुंबई से पुलिस टीम तथा क्राइम ब्रांच की टीम चारभुजा थाना क्षेत्र में आई। मुम्बई पुलिस ने स्थानीय पुलिस को जानकारी दी कि मुंबई के घाटकोपर थाना सर्कल में एमजी रोड के तुलसी भवन में स्थित पीपी ज्वैलर्स शॉप से 20 सितम्बर की रात ज्वैलरी चोरी कर ली गई थी। दुकान के मालिक चितरमल पुत्र डालचंद सिंघवी जैन निवासी आनंद बिल्डिंग घाटकोपर ने घाटकोपर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
ये आरोपी दबोचे पुलिस ने भैरू सिंह (23) पुत्र भंवर सिंह दसाणा निवासी वणादर अंटालिया (चारभुजा) व भरत सिंह (25) पुत्र जालम सिंह चौहान निवासी राती तलाई, थाना चारभुजा को मुंबई पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया। उनके कब्जे से चोरी किए गए माल में से 112 ग्राम सोना तथा 16.85 किलोग्राम चांदी बरामद कर ली। मुंबई पुलिस ने दोनों को कुंभलगढ़ न्यायालय से 2 दिन का ट्रांजिट रिमांड प्राप्त किया। दोनों आरोपियों को पुलिस लेकर मुंबई रवाना हो गई है, जहां हैं तथा अग्रिम अनुसंधान होगा।
इस टीम ने की कार्रवाई कुंभलगढ़ के पुलिस उप अधीक्षक नरेश शर्मा, थानाधिकारी भवानी शंकर, अनिल कुमार, छत्ताराम रामकरण थे, वहीं मुंबई पुलिस टीम में एएसआई फियाज मुलानी, एसआई पद्माकर पाटिल, निलेश जगताव, संदीप देवारड़े थे।
यह थी वारदात पीडि़त ने रिपोर्ट में बताया कि रात्रि में अज्ञात चोरों ने दुकान की पीछे की खिड़की तोड़कर प्रवेश किया। दुकान से 800 ग्राम सोने के गहने व 50 किलोग्राम चांदी के गहने और 3.50 लाख रुपए नगद चोरी कर लिए गए। संदिग्ध आरोपियों के चारभुजा थाना क्षेत्र में रहने की आशंका पर मुम्बई पुलिस के अधिकारियों के विशेष निर्देश पर अंटालिया, राती तलाई, खूंखार, रिछेड़, थुरावड़, भोजेला, सापोल, पूठोल, उदयपुर में सुखेर, कुंभलगढ़ के विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया।
तरीका-ए-वारदात भैरू सिंह व भरत सिंह का गांव आसपास ही है। काफी समय से मुंबई वे में ज्वैलरी तथा हार्डवेयर की दुकान पर नौकरी करते थे। भैरू सिंह इसी पीपी ज्वैलर्स पर एक साल पहले काम करता था। भैरू सिंह को इस दुकान के पीछे खिड़की की ग्रिल कमजोर होने की जानकारी थी। इसका फायदा उठाकर गत 20 सितंबर को दोनों ने योजना बनाकर दुकान की रैकी कर रात्रि 11 बजे खिड़की से घुसे व गहने चोरी कर लिए। वारदात के बाद चोरी का माल लेकर निजी वोल्वो बस से अपने गांव आ गए। पकड़े जाने के डर से आसपास की होटलों में रहने लगे। पुलिस ने उनकी काफी तलाश की। वे एक दिन उदयपुर की सुखेर स्थित एक होटल में भी रुके। राजसमंद के पुठोल के मंदिर, केलवाड़ा में वरदड़ाकी नाल महादेव मंदिर, आमज माता के जोगी बाबाजी मंदिर में रुके। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।