चार थानों का जाप्ता पहुंचा मौके पर
हादसे के बाद ग्रामीणों की ओर से जाम लगाया गया, जिस पर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर देवगढ़, भीम, दिवेर एवं आमेट से पुलिस जाप्ता एवं अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया।
हाइवे पर लगी वाहनों की कतार
हादसे के बाद ग्रामीणों ने जाम लगा दिया, जिससे सडक़ के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई। इसके बाद पुलिस ने जैसे- तैसे एक साइड की तरफ से ग्रामीणों को हटाकर एक साइड से सडक़ से वाहनों की आवाजाही शुरू करवाई। वहीं, काफी देर तक कुंडेली मार्ग से देवगढ़ होकर वाहनों को निकाला गया।
ग्रामीणों ने जताया विरोध
बग्गड़ टोलनाके के आगे हुए हादसे के बाद एकत्रित हुए ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है, लेकिन किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। बताया कि सडक़ के एक तरफ गांव ओर दूसरी तरफ खेत हैं। इससे यहां पर लोगों का आवागमन ज्यादा होता है और हादसे हो जाते हैं। इस दौरान एसडीएम ने हाइवे अधिकारियों से फोन पर बात कर हादसों को रोकने के लिए अंडर ब्रिज या फूट ब्रिज बनवाकर हादसों को रोकने के उपाय करने के निर्देश दिए। इस पर उन्होंने टीम भेजकर सर्वे करवाने को कहा।
परिजनों को संभालना हुआ मुश्किल
दोनो शवों को देखकर मौके पर पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया, जिन्हे ग्रामीणों ने काफी मुश्किल से संभाला। इस दौरान लोगों ने इस सडक़ पर आए दिन हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए यहां पर अंडर ब्रिज बनाने की मांग की। साथ ही टोलनाके से 200 मीटर दूरी पर हुए हादसे में एंबुलेंस नहीं आने पर भी विरोध जताया।