जानकारी के अनुसार जेके टायर फैक्ट्री कांकरोली में सुबह 6 बजे की शिफ्ट में श्रमिक कार्ड पंच करते हुए फैक्ट्री में प्रवेश कर रहे थे, तभी इंटक व भारतीय मजदूर संघ से जुड़े श्रमिक अपने अपने संगठन के जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। नारेबाजी के साथ ही दोनों ही संगठनों के श्रमिकों में हाथापाई के बाद मारपीट हो गई। तभी इंटक समर्थित श्रमिक ने भामसं के श्रमिकों को पीट दिया। कथित तौर पर चाकू से वार कर गंभीर घायल क दिया, जिन्हें तत्काल आके जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचारत है। घटना के बाद कांकोली थाना प्रभारी लक्ष्मणराम विश्नोई व डीएसपी राजेंद्र सिंह मय जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंच गए। समझाइश के बाद भी श्रमिक नहीं माने, तो पुलिस ने हवा में लाठिया लहराते हुए लोगों को तितर बितर कर दिया। बाद में राजनगर, कुंवारिया, केलवा थानों के अलावा पुलिस लाइन से एमबीसी व अन्य पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया।
टायर फैक्ट्री में गुटबाजी को लेकर इंटक व भामसं के बीच लंबे समय से खींचतान के हालात है। फैक्ट्री में भामसं का झंडा गाडऩे को लेकर भी दोनों श्रमिक संगठन आमने सामने आ गए। इसके लिए भामसं ने फैक्ट्री के बाहर हजारों लोगों के साथ शक्ति प्रदर्शन भी किया। तब से ही दोनों श्रमिक संगठनों में खींचतान है। उस वक्त फैक्ट्री का कामकाज भी प्रभावित हुआ और पूरे राजसमंद शहर में हालात तनावपूर्ण हो गए थे।
कार्यालयो पर भीड़, पुलिस तैनात
फैक्ट्री में सुबह चाकूबाजी की घटना के बाद से ही इंटक व भामसं कार्यालयों पर श्रमिक नेता एकत्रित हो गए। श्रमिक कार्यालयों पर भीड़ बढऩे पर प्रशासन द्वारा कार्यालयों के आस पास भी अतिरिक्त पुलिस तैनात कर दिया।
जाब्ता तैनात, हालात नियंत्रित
फैक्ट्री में प्रवेश के दौरान श्रमिक गुटों में मारपीट हो गई, जिससे तीन लोग घायल हुए। तत्काल जाब्ता तैनात कर दिया और फिलहाल हालात नियंत्रित व शांतिपूर्ण है। घायलों की रिपोर्ट प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
राजेंद्रसिंह, पुलिस उप अधीक्षक राजसमंद