यूरिया की मारामारी शुरू, काश्तकार चक्कर काटने को मजबूर
राजसमंदPublished: Dec 25, 2022 11:33:45 am
- जिले में डेढ़ हजार मैट्रिक टन की जरूरत, वर्तमान में मात्र 150 मैट्रिक टन उपलब्ध, कृषि विभाग का दावा जल्द मिलेगी यूरिया की खेप, दो हजार मैट्रिक टन की मांग


राजसमंद जिला मुख्यालय पर स्थित क्रय-विक्रय केन्द्र यूरिया नहीं मिलने से पड़ा सूना।
राजसमंद. जिले में यूरिया खाद की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। जनवरी तक डेढ़ हजार मैट्रिक टन की आवश्यकता बताई जा रही है। किसान यूरिया खाद के लिए दुकानों एवं क्रय विक्रय सहकारी समिति के चक्कर काट रहे है, लेकिन उन्हें यूरिया नहीं मिल रहा है। रबी की वुवाई के दौरान भी डीएपी के लिए मारामारी हुई थी।