वैदेही को मिला परिवार
23 नवम्बर को नाथद्वारा के पालनागृह में मिली थी वैदेही

राजसमंद. नाथद्वारा के राजकीय जिला चिकित्सालय के पालनागृह में २३ नवम्बर को मिली वैदेही को मंगलवार को नया परिवार मिल गया। कागजी खानापूर्ति के बाद उसे बैंगलूरू के एक दम्पत्ति ने गोद ले लिया।
बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक कृष्णकान्त सांखला, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के गिरीश भटनागर ने बताया कि खगेन्द्र एवं अपेक्षा नागौरी निवासी नागौर हाल निवासी बेंगलूरू को बैदेही प्री अडोप्शन फोस्टर केयर में सुपुर्द किया गया। वैदेही को 23 नवम्बर को राजकीय गोवद्र्धन चिकित्सालय नाथद्वारा के पालना गृह से लाया गया था तथा तब से शिशु गृह में थी। वैदेही को सुपुर्द किए जाने के समय अधिकारी कर्मचारी शिशुगृह पहुंचे एवं भावभीनी विदाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। राजकीय विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण एजेंसी के समन्वयक प्रकाशचन्द सालवी ने आमजन से अपील की कि अनचाहे नवजात को फेंकें नहीं उन्हें दें। शिशु का सुरक्षित परित्याग पालना गृह में अथवा बाल कल्याण समिति पुरानी कलक्ट्री परिसर को सीधे सुपुर्द किया जा सकता है। इसमें कोई मामला दर्ज नहीं होता है एवं छोडऩे का कारण नहीं पूछा जाता है तथा छोडऩे वालों का नाम गोपनीय रखा जाता है। इसके विपरीत बच्चे को फेंक देने पर मामला दर्ज होता है।
फोटो...१२ शिशुगृह में वैदेही को दत्तक पुत्री के रूप में गृहण करते माता-पिता।
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