सुकून है, आज अपने पैरों पर खड़ी हूं
आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई के बावजूद मेरा सपना था कुछ बनने का। इसी सपने को हकीकत में बदलने के लिए वर्ष 2014 में तमन्ना ब्यूटी पार्लर प्रारंभ किया। किसी भी समाज में एक महिला के लिए यह सब इतना आसान नहीं होता। बहुत कुछ सुनना पड़ता था। मेरा जुनून था एक पहचान बनाने का। अपनी काबिलियत को साबित करने का, कि महिलाएं अबला नहीं सबला होती है। एक वर्ष तक मेरे पार्लर में एक भी ग्राहक नहीं आया, पर मैंने भी हिम्मत नहीं हारी। फिर मैंने 10 रुपए में आइब्रो बनाना शुरू किया और कभी-कभी तो अपना पार्लर आगे बढ़ाने के लिए मैं नि:शुल्क भी काम करने लगी थी। इससे धीरे-धीरे मेरा पार्लर अच्छा चलने लगा और दूर-दूर से महिलाएं मेरे पार्लर में आनी लगी। मैंने अपने परिवार व बच्चों का साथ मिलने से पूरी मेहनत की और आज मुझे खुशी है कि मैं अपने परिवार का अच्छे से गुजारा चला लेती हूं। ऑनलाइन आर्डर भी मिलने लगे हैं। न केवल राजसमंद, बल्कि अब तो मैंने जयपुर, नागौर, पाली, अजमेर, सीकर समेत कई जिलों में कार्य किया। आज मेरे एक नहीं, दो पार्लर है। दूसरा मैंने इसी साल शुरू किया है। मैंने कई लड़कियों को भी आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें ब्यूटी पार्लर का कोर्स कराया। आज भी मेरे पार्लर में तीन लड़कियां काम करती हैं। मेरा यही प्रयास रहता है कि ये लड़कियां मेरे पार्लर में तैयार हो और आगे अपना काम शुरू कर सकें। इस समय कोविड-19 के चलते कुछ समस्याएं जरूर हुई है, पर मैं सरकारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हुए अपना पार्लर रही हूं व अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा रही हूं। मुझे इस बात का गर्व है कि मैं भी आज एक बिजनेस वुमन हूं।
– जन्नत बानो
आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई के बावजूद मेरा सपना था कुछ बनने का। इसी सपने को हकीकत में बदलने के लिए वर्ष 2014 में तमन्ना ब्यूटी पार्लर प्रारंभ किया। किसी भी समाज में एक महिला के लिए यह सब इतना आसान नहीं होता। बहुत कुछ सुनना पड़ता था। मेरा जुनून था एक पहचान बनाने का। अपनी काबिलियत को साबित करने का, कि महिलाएं अबला नहीं सबला होती है। एक वर्ष तक मेरे पार्लर में एक भी ग्राहक नहीं आया, पर मैंने भी हिम्मत नहीं हारी। फिर मैंने 10 रुपए में आइब्रो बनाना शुरू किया और कभी-कभी तो अपना पार्लर आगे बढ़ाने के लिए मैं नि:शुल्क भी काम करने लगी थी। इससे धीरे-धीरे मेरा पार्लर अच्छा चलने लगा और दूर-दूर से महिलाएं मेरे पार्लर में आनी लगी। मैंने अपने परिवार व बच्चों का साथ मिलने से पूरी मेहनत की और आज मुझे खुशी है कि मैं अपने परिवार का अच्छे से गुजारा चला लेती हूं। ऑनलाइन आर्डर भी मिलने लगे हैं। न केवल राजसमंद, बल्कि अब तो मैंने जयपुर, नागौर, पाली, अजमेर, सीकर समेत कई जिलों में कार्य किया। आज मेरे एक नहीं, दो पार्लर है। दूसरा मैंने इसी साल शुरू किया है। मैंने कई लड़कियों को भी आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें ब्यूटी पार्लर का कोर्स कराया। आज भी मेरे पार्लर में तीन लड़कियां काम करती हैं। मेरा यही प्रयास रहता है कि ये लड़कियां मेरे पार्लर में तैयार हो और आगे अपना काम शुरू कर सकें। इस समय कोविड-19 के चलते कुछ समस्याएं जरूर हुई है, पर मैं सरकारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हुए अपना पार्लर रही हूं व अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा रही हूं। मुझे इस बात का गर्व है कि मैं भी आज एक बिजनेस वुमन हूं।
– जन्नत बानो