महिलाओं का ठहराव असुरक्षित, सुविधाएं जुटाने को कहा
– आर.के. अस्पताल स्थित वन स्टॉप सेंटर सखी का निरीक्षण
महिलाओं का ठहराव असुरक्षित, सुविधाएं जुटाने को कहा
राजसमंद. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेन्द्र कुमार ने बुधवार को जिले में महिलाओं की सहायता के लिए आर.के. अस्पताल परिसर में संचालित वन स्टॉप सेंटर (सखी) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई कमियां मिली, जिन्हें तत्काल दुरस्त करने के निर्देश दिए गए। इस सेंटर को महिलाओं के ठहरने के लिहाज से असुरक्षित भी बताया गया।
कुमार ने निरीक्षण के दौरान केन्द्र प्रभारी श्रीमती पिंकी निकावत, सुश्री पंकज कुमारी कुमावत, श्रीमती सुमित्रा बोरीवाल, श्रीमती पूजा कुमावत, श्रीमती कंचन यादव, श्रीमती मीना राजपूत, श्रीमती सुशीला खटीक उपस्थित मिले। निरीक्षण के दौरान केन्द्र पर कम्प्यूटर खराब मिला तथा केन्द्र संचालन के लिए आवश्यक रजिस्टर यथा आगुंतक रजिस्टर, निरीक्षण रजिस्टर, अस्थाई- स्थाई स्टॉक रजिस्टर, आवक- जावक रजिस्टर, विधिक सहायता रजिस्टर, पुलिस कार्यवाही रजिस्टर इत्यादि संधारित नहीं थे। पूछने पर बताया गया कि किसी भी प्रकार की स्टेशनरी सबंधित विभाग व एन.जी.ओ. द्वारा उपलब्ध नहीं करवाई गई। केन्द्र पर महिलाओं की सहायता से सबंधित दर्ज हुए प्रकरणों का रजिस्टर तथा संस्थान द्वारा आमजन तक जागरूकता पहुंचाने के लिए किए जाने वाले मासिक गतिविधियों का रजिस्टर उपलब्ध मिला।
अब तक पिछले चार माह में कुल 15 प्रकरण इस केन्द्र पर कार्यवाही के लिए प्राप्त हुए हैं, जिनकी केस पत्रावली एक ही फाइल में संधारित की गई है। कार्यालय में कार्य संपादित करने के लिए आवश्यक सामग्री प्रिंटर, स्कैनर, फोटोकॉपी मशीन उपलब्ध नहीं है। कार्मिक तथा आगुन्तकों के बैठने के लिए कुर्सियां भी समुचित नहीं पाई गई। यह केन्द्र दो कमरों में संचालित है, जिनमें से एक कमरे में कार्यालय तथा दूसरे कमरे में 5 बेड लगे हुए हैं, जिन पर कंबल, तकीए आदि उपलब्ध नहीं है। इस तरह ये सुविधा महिलाओं के रात्रि विश्राम के लिए अपर्याप्त है। यहां तक कि इस कमरे पर खिडि़कियों में पर्दे भी नहीं लगे हुए हैं, जो महिलाओं की निजता के लिए अति आवश्यक है। उक्त दोनों कक्षों में रोशनी व पर्याप्त 2-2 अतिरिक्त पंखे व ट्यूबलाईट लगाया जाना आवश्यक है। महिलाओं के उपयोग के लिए कमरों के सामने बने शौचालय व स्नानघर में बल्ब, ट्यूबलाइट लगे हुए नहीं है। महिलाओं के दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुएं टूथपेस्ट, नहाने का साबून, सेनेट्ी नेपकीन आदि भी केन्द्र पर उपलब्ध नहीं है। केन्द्र की साफ -सफाई लिए आवश्यक झाडू, पोछे फिनाइल भी उपलब्ध नहीं करवाए गए हैं।
वन स्टॉप सेंटर के मुख्य दरवाजे पर लोहे की सरकने वाली जाली लगी हुई है, लेकिन उसके उपर लगभग 3 फीट खुला स्थान है, जिससे उक्त केन्द्र पर रुकने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं कहा जा सकता। उक्त वन स्टॉप सेंटर पर उपयुक्त सुविधा के अभाव में महिलाओं का ठहराव असुरक्षित है। पिछले 4 माह में किसी भी महिला द्वारा रात्रि विश्राम नहीं किया गया। केन्द्र पर लगे हुए कार्मिकों को माह नवम्बर तक वेतन तीन फरवरी को मिलना जाहिर हुआ। इस प्रकार कार्मिकों को माह दिसम्बर व जनवरी का वेतन प्रदान नहीं किया गया है। केन्द्र पर कार्यरत परामर्शदाता श्रीमती निशा वर्मा दिनांक बारह अक्टूबर से अनुपस्थित है। उक्त कमियों को दुरस्त करने के लिए कुमार ने महिला अधिकारिता विभाग को निर्देश दिए।
Home / Rajsamand / महिलाओं का ठहराव असुरक्षित, सुविधाएं जुटाने को कहा