स्कूली खेल में अब महिला कुश्ती-वुशू
राजसमंदPublished: Jun 08, 2015 11:56:00 pm
विद्यालय स्तरीय खेलकूद
प्रतियोगिता में विद्यार्थियों को महिला कुश्ती व वुशू की स्पर्धाओं में हिस्सा
लेने
राजसमंद।विद्यालय स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में विद्यार्थियों को महिला कुश्ती व वुशू की स्पर्धाओं में हिस्सा लेने का मौका मिल सकता है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा खेलकूद निदेशालय बीकानेर द्वारा समस्त प्रधानाचार्य, विशेषज्ञों के साथ समस्त जिला शिक्षाधिकारियों से सुझाव मांगे गए हैं।
साथ ही विद्यालय से इन खेलों के प्रशिक्षकों और खेलने के लिए इच्छुक विद्यार्थियों को सूचीबद्ध कर सूचना भी मांगी गई है। दोनों ही खेलों के आयोजन से छात्र-छात्रा के शारीरिक व मानसिक विकास की भौतिक प्रगति के साथ संभावित खर्च की रिपोर्ट मांगी की गई है। स्कूली खेल में नई स्पर्द्धाएं शामिल होने से विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है।
वुशू का दबदबा : विशेषज्ञों के मुताबिक वुशू एवं महिला कुश्ती में विद्यार्थियों की रूचि बढ़ी है। कॉमनवेल्थ गेम्स में देश की महिला पहलवानों ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया था। उधर, वुशू स्पर्द्धा का प्रचलन भी बढ़ा है। हाल ही में हुए नेशनल गेम्स में राजस्थान ने सर्वाधिक मेडल इसी खेल में हासिल किए थे।
वर्तमान में ये शामिल : स्कूली खेल प्रतयिोगिता में अब तक कुश्ती (बालक), फुटबाल, वॉलीबाल, हैंडबॉल, बास्केट बॉल, क्रिकेट, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, कबaी, खो-खो, हॉकी, जूडो, तैराकी, एथलेटिक्स, लॉन टेनिस आदि खेल शामिल हैं।
इन सवालों के जवाब मांगे : दोनों खेलों का प्रचलन कितने राजकीय, गैर राजकीय मान्यता प्राप्त माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों में है? दोनों खेलों के जानकार प्रशिक्षक, शारीरिक शिक्षकों की सूची। दोनों खेलों को स्कूली खेल में शामिल करने पर संस्थाप्रधान की स्पष्ट सहमति व असहमति की टिप्पणी। दोनों खेल खिलाडियों के शारीरिक व मानसिक विकास में कितने सहायक है ? दोनों खेलों के आयोजन पर अनुमानित व्यय कितना होगा।
महिला कुश्ती व वूशु को स्कूली खेल में शामिल करने के लिए समस्त डीईओ, संस्थाप्रधानों से प्रस्ताव, सुझाव मांगे गए हैं। सभी डीईओ से स्पष्ट बिन्दुवार टिप्पणी अविलंब मांगी है। सांवरमल सोनगर, उप निदेशक खेलकूद माध्यमिक शिक्षा बीकानेर