यौन शोषण किया
यह दिलचस्प मामला है झारखंड के रामगढ़ जिले के मांडू थाने का। इस थाने में कार्यरत आदिवासी महिला सब इंस्पेक्टर (प्रशिक्षु) की थाने में कार्यरत कंप्युटर ऑपरेटर मीराज अंसारी से आंखे चार हो गई। यह सब हुआ जब सब इंस्पेक्टर मांडू थाने में योगदान देने के बाद ऑपरेटर मेराज अंसारी के पास जाकर विभिन्न कांडों की ऑनलाइन इंट्री करना सीख रही थी। एक दिन उसने इंट्री सिखाने के नाम पर उसे रात में अपने कमरे में बुलाया। यहीं उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिया। इसके बाद उसे शादी का प्रलोभन देकर लगातार उसका यौन शोषण करता रहा।
शादी का झांसा
महिला थाने में दिए गए आवेदन में उसने कहा था कि कंप्यूटर ऑपरेटर मिराज अंसारी जब मांडू थाना में पदस्थापित था, तब उन दोनों के बीच प्रेम संबंध हुआ था। मिराज ने उस महिला पदाधिकारी को शादी का झांसा दिया और लगभग 6 महीने तक संबंध में रहे। लगभग एक महीने पहले मीराज अंसारी का तबादला मांडू थाने से रामगढ़ थाने में कर दिया गया। इसी बीच मेराज अंसारी छुट्टी पर घर गया तो वह शादी कर लौटा। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि मीराज अंसारी ने उसके साथ धोखा किया है। उसने उसे बिना कुछ बताए चुपके से शादी कर ली।
गर्भवती हो गई
महिला सब इंस्पेक्टर ने कहा है कि 6 महीने के दौरान जब वह गर्भवती हो गई, तो उसका जबरन गर्भपात भी करा दिया। इसके बाद आपॅरेटर ने उससे शादी करने से साफ इन्कार कर दिया। इसके बाद उसे शादी का प्रलोभन देकर लगातार उसका यौन शोषण करता रहा। महिला उपनिरीक्षक की लिखित शिकायत पर उसी थाने में तैनात 28 वर्षीय सिपाही मेराज अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया। मेराज अंसारी मांडू थाना में कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर कार्यरत था। इस मामले में लापरवाही बरतने की गाज गिरी मांडू के थाना प्रभारी रामवृक्ष प्रसाद पर। पुलिस अधीक्षक ने प्रसाद को निलंबित कर दिया।