दरअसल यूपी में सत्ता परिवर्तन के बाद से थाना अजीमनगर इलाके में रहने वाले तकरीबन 25 किसानों ने जाकर सांसद आजम खान के खिलाफ कई सारे केस दर्ज करवाये थे। उन किसानो का आरोप है कि सपा शासनकाल में उनकी जमीन को नाजायज तरह से कब्जा करके यूनिवर्सिटी की चार दिवारी बनाकर अपना कब्जा कर लिया। मामले की जांच पड़ताल जब पुलिस ने की तो कई सारे लोगों के खिलाफ पुलिस ने आरोप पत्र तैयार करके कोर्ट में पेश किए हैं लेकिन पुलिस की विवेचना में अब नाम सामने आए।जिसमें इनके खिलाफ भी आज पुलिस ने आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया है।
अपर पुलिस अधीक्षक बोले जिन किसानों ने सांसद आजम खां पर अपनी जमीन कब्जाने का केस दर्ज कराया था । उन केसों में पुलिस पहले ही कई लोगों के खिलाफ आरोप पत्र तैयार करके कोर्ट में पेश कर चुकी है। परन्तु अब पुलिस की तफ्तीश के दौरान जांच में पता चला कि जौहर ट्रस्ट के चांसलर आजम खान हैं। ट्रस्ट में जो भी सदस्य हैं वो उनके परिवार के लोग हैं।परिवार के फिलहाल तीन लोग जिसमें सांसद आजम खान, उनकी पत्नि तंजीम फातिमा जोकि नगर विधायक हैं, साथ ही उनके बेटे अब्दुल्ला आजम ये सब ट्रस्ट में शामिल है। फिलहाल ये लोग जेल में बंद हैं। जो नहीं हैं उनके खिलाफ आरोप पत्र पुलिस ने तैयार करके कोर्ट में पेश किया है।
आरोप पत्र में ये लिखा गया आरोप पत्र में पुलिस की तरफ से लिखा गया है कि जिन किसानों ने अपनी तहरीर पुलिस में पुलिस की जांच पड़ताल में लगाए गए आरोप एक दम ठीक पाये गये हैं। जिसको लेकर आजम खान की बड़ी बहन, उनके बेटे अदीब खान व चमरोवा विधायक नसीर खान के खिलाफ आरोप पत्र तैयार करके कोर्ट में दाखिल किया गया है।
आजम खान पर आरोप किसानों की जमीन कब्जाने, बिजली चुराने, किताबें चुराने, पड़ोसी के साथ घर में घुसकर मारपीट करने, शत्रु सम्पति कब्जाने सरकारी धन का अपने लिए यूज करने सम्बधी दर्जनों आरोपों में अब तक 87 मुक़द्दमें दर्ज हुए है। अभी पर कोर्ट में कार्रवाई जारी है।