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बता दें कि होली, दीवाली, ईद, बैसाखी के पर्व पर जया अक्सर यहां आया करती हैं और लोगों से मिलती हैं। इसके साथ ही वह अनाथ आश्रम में जाकर बुजुर्गों और बाल शिशु निकेतन में जाकर अनाथ बच्चों से भी मिलती हैं। रामपुर में जब वह लोगों से मिलती हैं तो उनसे एक ही बात कहती हैं कि आप लोगों ने मुझको जो 2 बार अपना कीमती वोट देकर प्यार दिया, मनोबल बढ़ाया, इसे मैं जीवन में कभी भूल नहीं पाऊंगी। वहीं अब रक्षाबंधन के पर्व पर उन्होंने रामपुर में अपने मुंह बोले भाइयों के लिए राखी व मिठाई भेजी हैं। यह भी पढ़ें