सपा के कद्दावर नेता आजम खान और अखिलेश यादव के बीच दूरियां काफी बढ़ गई हैं। सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। आजम खान के जेल में बंद रहने के दौरान अखिलेश यादव पर मदद नहीं करने जैसी बाते शुरू हो गई हैं। बता देें कि इससे पहले हुई सपा विधानमंडल दल की बैठक में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल सिंह यादव भी नहीं गए थे। अब आजम खान भी उन्हीं के रास्ते पर चलते दिखाई दे रहे हैं। जेल से बाहर आने के बाद आजम खान ने कहा था कि लंबे समय जेल में रहा। राजनीतिक माहौल में पीछे क्या हुआ यह नहीं पता। हो सकता है कि कुछ मजबूरियां होंगी (समाजवादी पार्टी के लिए), लेकिन उसका कोई शिकवा नहीं है। हम भी सोचेंगे कि हमारी नीयत, वफादारी और मेहनत में कहां कमी रही, जो हम घृणा के पात्र बने।
यह भी पढ़ें- मौलाना की अपील, देशभर में चले जेल भरो आंदोलन, हर जिले से 2 लाख मुसलमान दें गिरफ्तारी सपा के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से भी किया था इनकार बता दें कि लखनऊ में सपा विधानमंडल दल की बैठक हो रही है, जबकि आजम खान और अब्दुल्ला आजम सुबह ही रामपुर में देखे गए। इसका सीधा मतलब है कि वह लखनऊ में होने वाली सपा की बैठक में नहीं गए हैं। ऐसा नहीं कि यह पहली बार है जब आजम खान ने सपाइयों से दूरी बनाई है। इससे पहले जब सपा के वरिष्ठ विधायक रविदास मेहरोत्रा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल उनसे जेल में मुलाकात करने पहुंचा था तो उन्होंने मिलने से इनकार कर दिया था।
यह भी पढ़ें- बरी होने के बाद भी बुजुर्ग बंद है यूपी की जेल में, पाकिस्तान ने नागरिक मानने से किया इनकार आजम खान के घर के बाहर मीडिया का जमावड़ा पत्रिका संवाददाता ने बताया कि आज़म खान और उनके बेटे विधायक अब्दुल्ला आज़म फिलहाल अपने घर के भीतर हैं। घर के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा है। बता दें कि रामपुर से लखनऊ 315 किमी दूर है। ऐसे में यह साफ हो गया है कि वह बैठक में शामिल नहीं हाेने वाले हैं।