आज क्या हो रहा है…
पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के मजबूत मुस्लिम नेता मुख्तार अब्बास नकवी रामपुर पहुंच रहे हैं। वो आज से तीन दिनों तक रामपुर में रहेंगे। बीजेपी कह रही है कि वो कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों के साथ मंथन करेंगे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के मजबूत मुस्लिम नेता मुख्तार अब्बास नकवी रामपुर पहुंच रहे हैं। वो आज से तीन दिनों तक रामपुर में रहेंगे। बीजेपी कह रही है कि वो कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों के साथ मंथन करेंगे।
लेकिन असलियत ये है कि वो छह महीने पहले मिली लोकसभा की जीत को डिकोड करेंगे। यानी हर वो काम करेंगे जिससे पसमांदा मुसलमान बीजेपी को वोट दें। इसलिए वो घर-घर जाकर पसमांदा मुस्लिमों से मिलेंगे। बीजेपी कार्यकर्ता 165 दिन पहले से यही कर रहे हैं।
अब ये पसमांदा मुसलमान का क्या चक्कर है…
रामपुर लोकसभा में 50% मुस्लिम वोटर हैं। यानी इन्हें अपने पक्ष में नहीं किए तो हार जाएंगे। इसलिए बीजेपी को मुस्लिम वोटर्स की जरूरत है। ये एक आम धारणा कि मुस्लिम बीजेपी को वोट नहीं करेंगे। इसका काट प्रधानमंत्री मोदी लेकर आए।
रामपुर लोकसभा में 50% मुस्लिम वोटर हैं। यानी इन्हें अपने पक्ष में नहीं किए तो हार जाएंगे। इसलिए बीजेपी को मुस्लिम वोटर्स की जरूरत है। ये एक आम धारणा कि मुस्लिम बीजेपी को वोट नहीं करेंगे। इसका काट प्रधानमंत्री मोदी लेकर आए।
उन्होंने 11 जुलाई 2022 यानी 5 महीने पहले ही हैदराबाद में कह दिया था, “पसमांदा मुसलमानों के बीच में जाकर काम करें और व्यापक पहुंच बनाएं।” यूपी सीएम योगी ने तुरंत ये बात मान ली। उन्होंने 16 अक्टूबर को लखनऊ में पसमांदा बुद्धिजीवी सम्मेलन रखा। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बने।
अच्छा तो पीएम मोदी ने पसंमादा मुसलमानों में काम करने को क्यों बोला?
कई बार ऐसा दावा किया जाता है कि पीएम देश की नज्ब समझते हैं। अब इसका असर देखिए। देश में कुल मुसलमानों का 80% पसमंदा मुस्लिम हैं। सीएम योगी ने इसे इसलिए तुरंत पकड़ लिया कि रामपुर में कुल 50% मुस्लिम वोटर्स का आधा यानी करीब 25% वोटर पसमांदा मुस्लिम हैं।
कई बार ऐसा दावा किया जाता है कि पीएम देश की नज्ब समझते हैं। अब इसका असर देखिए। देश में कुल मुसलमानों का 80% पसमंदा मुस्लिम हैं। सीएम योगी ने इसे इसलिए तुरंत पकड़ लिया कि रामपुर में कुल 50% मुस्लिम वोटर्स का आधा यानी करीब 25% वोटर पसमांदा मुस्लिम हैं।
आइए अब पश्चिमी यूपी के मुरादाबाद मंडल की पूरी राजनीति की गणित बताते हैं…
2019 में मुरादाबाद मंडल की सभी 6 लोकसभा सीट पर भाजपा हारी थी
सूत्रों के अुनसार, रामपुर विधानसभा उप-चुनाव को बीजेपी के इलेक्शन गुरुओं के लिए मिशन 2024 का रिर्हसल है। वो ऐसी गणित बिठा रहे हैं कि अभी विधायकी जीत लिए तो 2024 में मुरादाबाद मंडल की 6 लोकसभा सीटों पर इसका असर होगा।
दरअसल, बीजेपी की गणित बिगाड़ देते हैं मुरादाबाद मंडल वाले
ऐसा नहीं कि बीजेपी ने कभी मुरादाबाद मंडल की लोकसभा सीटों पर कमल नहीं खिलाया। जब 2014 में बीजेपी और मोदी की लहर थी तो यहां पार्टी ने सभी 6 लोकसभा सीटें जीत ली थीं।
ऐसा नहीं कि बीजेपी ने कभी मुरादाबाद मंडल की लोकसभा सीटों पर कमल नहीं खिलाया। जब 2014 में बीजेपी और मोदी की लहर थी तो यहां पार्टी ने सभी 6 लोकसभा सीटें जीत ली थीं।
लेकिन अगली बार यानी 2019 में यहां की जनता बीजेपी की पिछड़ी गणित को पूरा ही फेल कर दिया। एक सीट हाथ नहीं लगी। इतना ही नहीं विधानसभा चुनाव में भी वैसा नहीं हुआ जैसा 2014 में हुआ था।
2022 विधासभा चुनाव में 27 में से सिर्फ 10 सीटों पर जीत मिली
मुरादाबाद मंडल में 27 विधानसभा पर केवल 10 सीटों पर BJP को जीत मिली थी। जहां पर मुरादाबाद और संभल में 1-1 और रामपुर और अमरोहा में 2-2 सीट ही भाजपा के खाते में गई।
मुरादाबाद मंडल में 27 विधानसभा पर केवल 10 सीटों पर BJP को जीत मिली थी। जहां पर मुरादाबाद और संभल में 1-1 और रामपुर और अमरोहा में 2-2 सीट ही भाजपा के खाते में गई।
मुस्लिम वोटर होत हैं निर्णायक
बाकी सीट समाजवादी पार्टी को मिली। बिजनौर में बराबरी का मामला रहा। आठ विधानसभा सीटों पर सपा और भाजपा को 4-4 सीटें मिलीं हैं। भाजपा को मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा और संभल से उम्मीद के मुताबिक सीट नहीं मिली। यहां के अधिकांश सीटों पर मुसलमान का मत निर्णायक होता है।
बाकी सीट समाजवादी पार्टी को मिली। बिजनौर में बराबरी का मामला रहा। आठ विधानसभा सीटों पर सपा और भाजपा को 4-4 सीटें मिलीं हैं। भाजपा को मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा और संभल से उम्मीद के मुताबिक सीट नहीं मिली। यहां के अधिकांश सीटों पर मुसलमान का मत निर्णायक होता है।
रामपुर सीट से 10 बार विधायक बने आजम खां
इसी कारण से रामपुर में 10 बार से सपा नेता आजम खां 10 बार विधायक चुने गए हैं। मुुरादाबाद की कुदरकी और बिलारी, अमरोहा सदर और नौगांवा सादात और संभल की शहर की सीट भाजपा के लिए चुनौती बनी हुई है।
इसी कारण से रामपुर में 10 बार से सपा नेता आजम खां 10 बार विधायक चुने गए हैं। मुुरादाबाद की कुदरकी और बिलारी, अमरोहा सदर और नौगांवा सादात और संभल की शहर की सीट भाजपा के लिए चुनौती बनी हुई है।
निकाय चुनाव में बीजेपी मुस्लिम कंडिडेट खोज रही है
सूत्रों की माने तो भाजपा निकाय चुनाव में पार्टी अध्यक्ष और पार्षद के लिए मुस्लिम दावेदार खोज रही है। जिससे मुस्लिमों को यह विश्वास दिलाए की भाजपा सभी के साथ है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी अपने पहले संबोधन में भी साफ कह चुके हैं कि मुरादाबाद मंडल भाजपा के लिए चुनौती बना हुआ है। यहां 2024 में हर हाल में जीतना है।
सूत्रों की माने तो भाजपा निकाय चुनाव में पार्टी अध्यक्ष और पार्षद के लिए मुस्लिम दावेदार खोज रही है। जिससे मुस्लिमों को यह विश्वास दिलाए की भाजपा सभी के साथ है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी अपने पहले संबोधन में भी साफ कह चुके हैं कि मुरादाबाद मंडल भाजपा के लिए चुनौती बना हुआ है। यहां 2024 में हर हाल में जीतना है।
लोकसभा उपचुनाव में आजम खां के गढ़ में सेंध लगा चुकी है बीजेपी
BJP ने आजम खान के मजबूत किले में सेंध लगाते हुए बड़ी जीत दर्ज की है। बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने समाजवादी पार्टी के आसिम रजा को 42 हजार से अधिक मतों से हराया है।
2014 के बाद रामपुर लोकसभा सीट पर एक बार फिर बीजेपी का कब्ज़ा हुआ है। 2019 में रामपुर की जनता ने सपा के आजम खां को चुना था। विधायक बनने के बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्य्ता से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद 23 जून को उपचुनाव के लिए मतदान हुआ था। जिसमें बीजेपी के घनश्याम लोधी ने जीत दर्ज की थी। सपा के आसिम रजा को 42 हजार से अधिक मतों से पराजित किया।
मुरादाबाद मंडल में बीजेपी की स्थिति मुरादाबाद
रामपुर
अमरोहा
मुरादाबाद नगर | भाजपा | रितेश गुप्ता |
मुरादाबाद ग्रामीण | सपा | मोहम्मद नासिर |
कांठ | सपा | कमाल अख्तर |
कुंदरकी | सपा | जियाउर्रहमान |
ठाकुरद्वारा | सपा | नवाब जान खां |
बिलारी | सपा | फहीम इरफान |
सीट का नाम | पार्टी | विधायक |
रामपुर नगर | सपा | आजम खान (सदस्यता गई) |
चमरौआ | सपा | नसीर अहमद खां |
बिलासपुर | भाजपा | सरदार बलदेव सिंह औलख |
स्वार | सपा | अब्दुल्ला आजम |
मिलक | भाजपा | राजबाला |
सीट का नाम | पार्टी | विधायक |
हसनपुर | भाजपा | महेंद्र सिंह खड़गवंशी |
अमरोहा | सपा | महबूब अली |
नौगावां सादात | सपा | समरपाल सिंह |
धनौरा | भाजपा | राजीव कुमार |
सीट का नाम | पार्टी | विधायक |
बिजनौर | भाजपा | सूचि चौधरी |
नगीना | सपा | मनोज पारस |
धामपुर | भाजपा | अशोक कुमार राणा |
नजीबाबाद | सपा | तस्लीम अहमद |
बढ़ापुर | भाजपा | सुशांत सिंह |
नूरपुर | सपा | राम अवतार |
नहटौर | भाजपा | ओम कुमार |
चांदपुर | सपा | स्वामी ओमवेश |