दरअसल, रामपुर के जाने माने डॉक्टर विशेष कुमार के बेटे कार्तिकेय अग्रवाल ने हाल ही में एमबीए की डिग्री हासिल की है। पिछले दिनों इनके माता पिता समेत परिवार के 22 लोगो को कोरोना हुआ था। कोरोना को लेकर ये पूरा परिवार अपना इलाज करने के लिए ये गुडगांव के मेदांता अस्पताल चला गया। वहां से कोरोना को मात देकर जब ये परिवार घर लौटा तो कार्तिकेय ने आइसोलेट के दौरान घर में रहकर ये डिवाइस बना डाली।
कार्तिकेय का कहना है कि देश में करोड़ों लोग हैं। उत्तर प्रदेश में भी तमाम लोग शोसल डिस्टेंश की बात करते जरूर हैं । पर पालन नहीं करते। प्रशासन ऐसे लोगों पर जुर्माना वसूलता है, बावजूद इसक् लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते। ऐसे में उनकी डिवाइस को यूज किया जाए तो किसी पर कोई जुर्माना भी नहीं पड़ेगा और आसानी से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी हो सकेगा।
गरीबों की मदद में लगाएंगे मिलने वाला पैसा इस डिवाइस की कीमत भी काफी कम होगी। जो लोग डिवाइस की कीमत देने में सार्थक हैं उनसे कीमत ली जाएगी, बाकी लोगों को फ्री में भी उपलब्ध कराने का लक्ष्य बनाया है। इस डिवाइस से जो भी कमाई होगी उस पैसे को भी गरीबों के भले के लिए लगाया जाएगा ताकि कोरोना काल मे उनकी मदद हो सके।
डिवाइस का नाम ‘हेलो डिवाइस’ उनका कहना है कि डिवाइस का नाम हेलो डिवाइस है। यह भीड़भाड़ वाले चौराहों, सरकारी व गैर सरकारी ऑफिसों समेत व्यक्तिगत तरह से लोग अगर इसका इस्तेमाल करेंगे तो जैसे ही दो मीटर की दूरी क्रॉस होगी, डिवाइस से अलार्म बजने लगेगा। जिसको लेकर पास खड़ा सख्स अलर्ट हो जाएगा और फिर दूरी बनाए रखकर की बात करेगा। एक बार चार्ज हो जाने के बाद डिवाइस तकरीबन 24 घन्टे चलेगी। अभी आवाज थोड़ी धीमी है लेकिन आने वाले दिनों में मोबाइल की घंटी बराबर आवाज अलार्म से सुनाई देगी।