कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बबलू वाल्मीकि के घर पहुंचते ही उनके परिजनों से बात की। जब मंत्री जी पहुंचे तो बबलू की मां चमेली देवी दाल बना रही थीं। इस दौरान चमेली देवी ने बताया कि 5 सालों में सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला है, घर टूटा हुआ है, किसी को नोकरी नहीं, घर के सभी लोग दूसरों के घरों में चौका बर्तन करके जो मिलता ही उसी से घर चला रहे हैं। आपके आने की खबर मिलते ही बिजली विभाग ने घर की लाइट जोड़ी है।
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आजम खान के करीबी सपा नेता को भूमाफिया घोषित कर 2 करोड़ की संपत्ति पर चला बुलडोजर मंत्री जी के आने की खबर सुनते ही अधिकारियों ने जुड़वाया कनेक्शन दरअसल, बिजली का बकाया भुगतान नहीं होने पर विद्युत विभाग के अफसरों ने बबलू वाल्मीकि के घर की लाइट काट दी थी। अफसरों को जैसे ही पता चला कि उन्होंने जिसकी बिजली काटी है, आज उसी के घर मंत्री आ रहे हैं तो आनन-फानन विधुत विभाग के अफसरों ने बिजली की लाइन जोड़ दी।
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योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, अजनारा बिल्डर के प्रोजेक्ट का आवंटन रद्द, 11.79 करोड़ भी जब्त परिजन बोले- मंत्री जी ने 7 दिन का समय दिया है कैबिनेट मंत्री के जाने के बाद बबलू के परिजनों ने बताया घर के हालात बहुत बुरे हैं। अब मंत्री जी हमको सात दिन का समय दिया है। हमको भी उम्मीद है कि जल्द कुछ अच्छा होगा। मंत्री जी ने डीएम को भी बोला है। उम्मीद है कि डीएम साहब कुछ भला करेंगे। बता दें कि बबलू का परिवार वाल्मीकि बस्ती में रहता है। बबलू के माता-पिता काफी बुज़ुर्ग हैं। 5 बच्चे हैं, लेकिन घर में कोई रोजगार नहीं है। घर की महिलाएं दूसरों के घरों में काम करके जो कमा लेतीं है, उसी से घर खर्च चल रहा है।