चुनाव 2022 से पहले फिर बाहर आया मुजफ्फरनगर दंगों का जिन्न, गुस्साए लोगों ने फूंका आबू आजमी का पुतला
यह पूरा मामला कोतवाली मिलक के लोहा पट्टी गाँव का है। यहां 25 परिवारों को एक शख्स यीशु मसीह की प्रार्थना करा रहा था। इसी बात को लेकर हिन्दू संगठन भड़क गए। मौके पर हंगामे को देखते हुए गांव में पंचायत बुला ली गई। पंचायत में इन परिवारों को धर्म परिवर्तन ना करने की बात कहते हुए सख्त शब्दों में हिदायत दी गई कि वह यीशु की प्रार्थना नहीं करेंगे। गांव के जो लोग प्रार्थना में शामिल थे उन्होंने पंचायत की बात मानने से इंकार कर दिया और कह दिया कि हमने कोई धर्म परिवर्तन नहीं किया है लेकिन हम सभी प्रभु यीशु की प्रार्थना करेंगे। पंचायत में इन परिवारों का जो जवाब आया है उसके बाद गांव में माहौल गर्म है और इस पूरे मामले को धर्म परिवर्तन से जोड़कर देखा जा रहा है। इस पूरे मामले गांव प्रधान का कहना है कि जो परिवार प्रार्थना में शामिल हुए हैं वह सभी जाटव समाज से ताल्लुक रखते हैं। जब इन 25 परिवारों से बात की गई तो इन्होंने साफ शब्दों में धर्म परिवर्तन करने की बात से इंकार कर दिया। बोले कि हमने कोई धर्म परिवर्तन नहीं किया है लेकिन हम प्रभु यीशु में आस्था रखते हैं और उनकी प्रार्थना कर रहे थे। हमारा धर्म वही है हम जिस धर्म में थे।।केवल हमने प्रभु यीशु की प्रार्थना की है।यीशु मसीह की प्रार्थना करने वाले परिवार अब दहशत में हैं। दरअसल उनकी प्रार्थना सभा के बाद हिंदू वादी नेता विरोध कर रहे हैं और इसी को लेकर अब इन परिवारों को अपनी सुरक्षा की चिंता भी सता रही है। मामला पुलिस थाने तक पहुंच चुका है और पुलिस अपनी जांच कर रही है। अब पुलिस जांच में साफ होगा कि यह पूरा माजरा क्या है। फिलहाल गांव में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात कर दिया गया है।