जिला अस्पताल की सीएमएस राकेश मित्तल ने बताया शनिवार रात करीब 11 बजे कुछ लोग एक हार्ट पेशेंट को लेकर पहुंचे थे। मरीज का चेकअप करने के बाद लगा कि जिला अस्पताल में उसका इलाज नहीं हो पाएगा तो उसको रेफर कर दिया गया था। इस पर परिजन मरीज को ले जाने को राजी नहीं हुए। उनका कहना था कि यहीं इलाज करिए। इसके बाद मरीज की हालत बिगड़ने लगी। डॉक्टर ने उनसे कहा कि यहां इसका इलाज नहीं हो सकता, क्योंकि यहां कोई हार्ट का डॉक्टर नहीं है। इस पर मरीज के साथ आए परिजन भड़क उठे। उन्होंने इमरजेंसी में तोड़फोड़ करते हुए स्टाफ के साथ भी मारपीट की। उन्होंने बताया कि मौके पर पुलिस पहुंचने के बाद ही वे लोग चले गए। सीएमएस ने बताया कि वे लोग काफी संख्या में थे। इस संबंध में उच्च अधिकारियों ने कार्रवाई करने की बात कही है।