यह भी पढ़ें- सुशांत राजपूत से प्रेरणा लेकर आगरा के छोरे ने चांद पर खरीदी जमीन बता दें कि रामपुर के चर्चित यतीमखाना बस्ती प्रकरण में आजम खान के कई करीबियों के विरूद्ध केस दर्ज किए गए थे। थाना कोतवाली रामपुर में दर्ज इसी से जुड़े एक मामले में एटा जिले में रहने वाला हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह चौहान भी वांछित था। हालांकि बाद में उसका ट्रांसफर शाहजहांपुर में हो गया था। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह के अनुसार इस प्रकरण के दौरान धर्मेंद्र सिंह चौहान रामपुर में ही तैनात था। वह तत्कालीन सीओ आले हसन का गनर हुआ करता था।
बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र सिंह चौहान न्यायालय में हाजिर होने पहुंचा था, जिसकी पुलिस को भनक लग गई और पुलिस ने उसे कचहरी के पीछे वाले गेट से गिरफ्तार कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह के मुताबिक, धर्मेंद्र सिंह चौहान के पास से पुलिस ने उस दौरान लोगों के घर से लूटे गए 100, 500 और 1000 हजार के नोटों के साथ कान के बूंदे, सीडी प्लेयर, सोने की चेन, चांदी की पायल आदि बरामद की हैँ।