जनपद में स्ट्रीट डॉग्स, आवारा पशु व पक्षी की इंसानों पर निर्भर है। लॉकडाउन की वजह से इनके पेट पर संकट खड़ा हो गया है। हाईटेक शहरों से लेकर छोटे—छोटे कस्बों में भी इनके पेट भरने को लेकर दिक्कतें खड़ी हो गई है। सड़कें खाली है। मॉल मार्केट पहले ही बंद है। कोरोना वायरस की वजह से खड़े हुए इस संकट में हिफाजत अली खान भी मदद कर रहे है।
हिफाजत अली की मां रही है प्रधान इनकी माता गांव 15 साल तक लगातार प्रधान रहीं हैं और पिता समाज सेवी हैं। हिफाजत अली भी इनदिनों चर्चाओं में हैं। हिफाजत अली खान हर दिन सुबह 2 अपनी गाड़ी में ड्राईफूड का कट्टा लेकर पहले जंगल की तरफ निकलते हैं। वहां से आवारा घूमनेे वाले पशुओं को चारा लेकर निकलते है और उन्हें खिलाते है। सभी पशु पक्षियों को चारा और अन्य चीजें देते है। इनमें गाय, बंदर और अन्य पशु पक्षियां भी शामिल है। डीएम आंजनेय कुमार ने हिफाजत अली खान को पास जारी किया हुआ है। ताकि कोई रोकटोक न कर सके।