घटना कोतवाली सिविल लाइन के बीपी कालौनी की है। यहां पर सतनाम सिंह की पत्नी
पत्नी हरजीत कौर, बेटी मनप्रीत कौर और बेटा तरनजीत सिंह घर में मौजूद थे। हरजीत कौर चाय बनाने के लिए रसोई में पहुंची और उन्होंने गैस चूल्हे में आग लगाई तो आग चूल्हे में जलने की जगह पूरी रसोई में फैल गई। मां को जलता देख बेटा-बेटी चीख़ते हुए मां को बचाने के लिए कोशिश करने लगे, जिसमें तीनों बुरी तरह से घायल हो गए। आनन-फानन में मौके पर मौजूद लोगों ने आग को बुझाया। कुछ लोगों ने दमकल की टीम को कॉल किया। पर दमकल की टीम तब वहां पहुंची, जब स्थानिये लोगों ने आग बुझा दी। साथ ही घायलों को अस्प्ताल ले जाने के लिये सरकारी एम्बुलेंस भी समय से नही पहुंची। मजबूर होकर गुरुद्वारे की एम्बुलेंस की मदद से सभी घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने नाजुक स्थिति को देखते हुए बरेली रेफर कर दिया। यहां अब तीनों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है ।
परिवार के बाकी सदस्य इलाज कराने बरेली पहुंचे हैं। कोतवाल राधे श्याम ने बताया कि घर के कोने में बने स्नान घर में लगे ग्रीजर का पाइप फटने से घर में पहले से ही गैस फैली थी । रसोई में महिला ने चूल्हे में आग लगाई तो वहां पर पहले से रसोई में गैस फैली थी। आग जलाते ही सबसे पहले आग ने महिला को झुलसा दिया। इसके बाद बराबर में खड़े बेटा-बेटी ने आग बुझाने की कोशिश की तो उन्हें भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया। इससे तीनों बुरी तरह से जल गए। घटना की सूचना मिलने पर मोहल्ले के लोग चींख पुकार सुनकर मौके पर आए। जहां उन्होंने पानी से आग पर काबू पाया। स्थानिये युवक ने बताया कि आग की खबर के बाद न तो समय से एम्बुलेंस आई और न ही दमकल टीम मुहल्ले के लोगों ने गुरुद्वारे की एम्बुलेंस से अस्प्ताल भेजा गया।