बता दें कि रामपुर जेल में शबनम दो वर्षों से रह रही थी। वह जेल के भीतर कपड़ा सिलाई का काम करती थी। लेकिन अब उसे बरेली की कारागार में जेल प्रशासन रामपुर ने भेज दिया है। ये कार्रवाई मुरादाबाद जेल अधीक्षक के निर्देश पर की गई गई है। शबनम को जिले की सेशन कोर्ट से लेकर देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट से फांसी की सजा सुनाई गई है। कुछ ही दिनों में उसे फांसी हो सकती है। फांसी की प्रक्रिया को फॉलो करने के लिए रामपुर जेल प्रशासन तैयारी कर रहा था कि शबनम ने अपने दो वकीलों के माध्यम से राष्ट्रपति के पास दोबारा माफी पत्र भेजा है। इससे पहले एक बार राष्ट्रपति के यहां से उसे फांसी की सजा पर कोई रिलीफ नहीं मिला था। अब शबनम के बेटे ताज का भी एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह अपनी मां की सजा माफ कराने की बात कह रहा है।
यह भी देखें: ठगी के आरोप में पति पत्नी गिरफ्तार गौरतलब है कि अमरोहा के बबनखेड़ी गांव में 14 अप्रैल 2008 की रात को शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर परिवार के 7 सदस्यों को कुल्हाड़ी से काट दिया था। घटना को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती भी वहां पहुंची थीं। घटना का अनावरण हुआ तो सब दंग रह गए। क्योंकि घटना किसी और ने नहीं, बल्कि घर में अकेली बची शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर की थी। घटना के दौरान शबनम प्रेग्नेंट थी। बाद में जेल के भीतर उसने एक बच्चे को जन्म दिया। उस बच्चे को बुलंदशहर के एक दम्पति को दे दिया गया। बताया जाता है कि वह शबनम का मित्र है जो अब उसके बच्चे की देखरेख कर रहा है।