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फसलों के सही दाम और 64% मुआवजा की मांग को लेकर प्राधिकरण का घेराव, कांग्रेस ने योगी सरकार को घेरा इकरा बी के एक दिन की डीएम बनने के दौरान बरेली से आई विजिलेंस ने कृषि विभाग में बाबू के पद पर तैनात मनोज सक्सेना को 12 हजार रुपए रिश्वत लेते पकड़ा। बता दें कि इस तरह की कार्रवाई में विजिलेंस टीम डीएम से अनुमति लेनी होती है। इस मामले में विजिलेंस को इकरा बी ने मोखिक अनुमति दी तो दस्तावेज पर डीएम आन्जनेय कुमार सिंह ने हस्ताक्षर किए। डीएम आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि लिखित अनुमति मैंने ही दी थी, लेकिन उस समय 12वीं की जिला टॉपर इकरा बी डीएम की कुर्सी पर थी। लिहाजा रिश्वत का मामला पकड़े जाने का श्रेय इकरा बी को जाता है।
यहां बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की नारी शक्ति को मजबूत करने के लिए रामपुर के जिलाधिकारी ने गुरुवार को जिले की पूरी कमान बेटियों को सौंपी। डीएम और एसपी समेत 65 अधिकारियों का कामकाज बेटियों ने ही संभाला। बेटियों ने सरकारी दफ्तरों का कामकाज संभालते हुए कार्यप्रणाली के तरीके में बदलाव के सुझाव भी दिए। सरकारी दफ्तरों के अलावा ग्राम पंचायतों की बैठक में भी बेटियों ने ही अध्यक्षता की। इस दौरान विकास कार्यों से संबंधित प्रस्ताव पास किए गए।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से अनूठा प्रयोग किया गया, जो काफी हद तक सफल रहा। इस प्रयोग से बेटियों के आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी हुई है। उनकी मंशा है कि बेटियों ने जिस अधिकारी के पद पर कार्य किया है, उम्मीद है कि भविष्य में वह उसे हासिल करेंगी। वहीं, बेटियों ने भी इसी बात के संकेत दिए हैं। उम्मीद है कि रामपुर की बेटियां भविष्य में सफलता का नया मुकाम को हासिल करेंगी। उन्होंने कहा कि बेटियों को प्रोत्साहन के लिए इस तरह का प्रयोग आगे भी जारी रहेंगे।