यह भी पढ़ें-
खुलासा: शामली में महज बाइक की साइड लगने पर कर दी गई पेस्टीसाइड कंपनी के MR की हत्या बता दें कि 21 नवंबर 2019 को वादी अनंगराज सिंह राजस्व निरीक्षक ने थाना सिविल लाइन में एक मुकदमा दर्ज कराया था। यह मुकदमा जिला सहकारी संघ लिमिटेड के तत्कालिक सभापति सैयद जफर अली जाफरी, तंजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम खां के खिलाफ दर्ज कराया गया था। इन सभी पर आरोप था कि उन्होंने सत्ता के रसूख से धोखाधडी करके क्वालिटी बार की जमीन को फर्जी तरीके से अपने नाम अलाॅट करा लिया था। तंजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम पहले ही जेल में बंद हैं। वहीं, इस षड़यंत्र में 10 अन्य आरोपियों के नाम भी प्रकाश में आए हैं। जिनमें से आरोपी राकेश कुमार पुत्र डोरीलाल निवासी ग्राम आदिलनगर थाना शहजादनगर, रामपुर को माल गोदाम तिराहे के पास से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। आरोपी राकेश उपरोक्त समय आवंटन समिति का सदस्य था।
दरअसल, क्वालिटी बार की जमीन का आवंटन पहले से ही सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के रहने वाले गगन अरोरा के नाम पर था। उस समय तत्कालीन कैबिनेट मिनिस्टर मोहम्मद आजम खान की तूती बोला करती थी। उनकी नजर कोतवाली सिविल लाइंस इलाके में दिल्ली-लखनऊ हाईवे किनारे अरबों रुपए की जमीन पर गई और उन्होंने उस जमीन को अपनी पत्नी बेटे के नाम आवंटन कराने के लिए जिला सहकारी संघ लिमिटेड के तत्कालीन सभापति से कहा। तभी सभी लोगों ने मिलकर गगन अरोरा का आवंटन खारिज करके सांसद आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा और उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम खान के नाम आवंटन करा दिया। सत्ता परिवर्तन के बाद गगन अरोरा नाम ने आजम खान उनकी पत्नी तंजीम फातिमा बेटे अब्दुल्ला आजम सहित कई लोगों के खिलाफ एक्शन लिया था, जिसमें अब राकेश कुमार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है।