इसलिए नहीं पढ़ाया युवक यवती को निकाह घटना उत्तर प्रदेश के रामपुर तहसील शाहबाद की है। यहां नगर के मौलानाओं, मौलवियों, और नगर काजी ने युवती को निकाह इसलिए पढ़ाने से मना कर दिया कि युवती पहले से शादी शुदा थी। बीते 4 दिनों पहले अपने प्रेमी युवक पर कोतवाली शाहबाद में आईपीसी की धारा 376 समेत अन्य गम्भीर धाराओं में केस फ़ाइल कराया। केस आगे बढ़ता की अचानक युवती ने अपने पति को तलाक देकर, 376 के आरोपी प्रेमी युवक के संग जीने की इच्छा जताई। शरीयत के हिसाब से बिना इद्दत किये निकाह हो ही नहीं सकता इसलिए मौलवियों ने निकाह नहीं पढ़ाया।
युवती ने कहा मेरे साथ रेप नहीं हुआ तहसील शाहबाद में एक वकील के माध्यम से शपथ पत्र पर निकाह कर युवती ने बताया कि मेरी शादी उसी युवक से तय हो गई थी इसीलिए मैं उसके साथ रहती थी। मेरे साथ कोई रेप नहीं हुआ है। मैं नहीं चाहती कि मेरा प्रेमी पति अब जिससे निकाह किया है वह जेल जाए। इसीलिए मैंने सब बातें पुलिस को बता दीं। पुलिस वालों ने दो दिन पहले मेरे कोर्ट में बयान करा दिए हैं। पुलिस ने भरोसा दिया है कि अब हम उसे गिरफ्तार नहीं करेंगे।
कोतवाली शाहबाद कोतवाल बोले वहीं कोतवान ने कहा कि हमारे यहां जिस युवती ने एक युवक के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 समेत अन्य गम्भीर धाराओं में केस दर्ज कराया उसने अगले ही दिन थाने में आकर बयान दिया की उसने रेप नहीं किया। मेरा मंगेतर था इसलिए मैं उसके संग रहती थी। अब उसने मेरे साथ निकाह कर लिया है। उपरोक्त प्रकरण में लड़की को कोर्ट में ले जाकर पेश कर दिया। कोर्ट में युवती के बयान दर्ज हो गए हैं। आगे जो आदेश कोर्ट का होगा पुलिस कार्रवाई करेगी।
मदरसा फैजुलूम के प्रबंधक बोले इस मामले में मदरसा फ़ैज उलूम के प्रबंधक ने कहा कि यहां सारी गलतियों मां बाप की हैं। वो अपने बच्चों पर नज़र नहीं रख रहें हैं। समाज में शरीयत को समझने की कोशिश नहीं कर रहें हैं। हर मां बाप को चाहिए अपनी औलादों पर नज़र रखें। उन्हें समझें, देखे और जाने। जो जरूरी हो वही करे। शरीयत के हिसाब से लड़की ने बिल्कुल ठीक नहीं किया। अगर पहले से शादीशुदा थी तो उसे पहले इद्दत करनी थी। कोई भी मौलाना या मौलवी उसे निकाह पढा देता। इन्हें समझने की जरूरत है। लोगों को चाहिए धर्म को समझें।