कम नहीं हुई हनक आजम खान ने बीते 12 घंटों में जेल में किससे कैसा व्यवहार किया और जेल प्रशासन ने आजम खान के साथ कैसा रवैया अपनाया, यह जानकारी तो अभी जेल के भीतर से बाहर नहीं आई है लेकिन कोर्ट से बाहर निकलने के बाद भी उनका रुआब कम नहीं हुआ था। आजम खान परिवार के साथ बुधवार अपराह्न करीब साढ़े 3 बजे रामपुर जेल पहुंचे थे। तीनों एक ही गाड़ी में सवार थे। सबसे पहले आजम खान गाड़ी से उतरे। उनको देखते ही जेल प्रशासन ने छोटे गेट से अंदर जाने के लिए कहा। इस पर आजम खान भड़क गए और बोले, मैं सांसद हूं। मेरे लिए बड़ा गेट खोलें। तत्काल जेल प्रशासन ने उनके लिए बड़ा गेट खोला। इसेक बाद वे जेल में दाखिल हुए।
जेल प्रशासन से यह कहा सांसद आजम खान के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुए थे लेकिन पुलिस उन्हें हाथ नहीं लगा पाई थी। बुधवार को वह एसपी ऑफिस के सामने दो दर्जन करीबी नेताओं के साथ अपनी गाड़ियों से हनक भरे अंदाज में उतरे थे। उनके साथ तंजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम भी थे। तीनों जब कोर्ट में आए तब उनके चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। जेल जाने के आदेश के बाद भी आजम खान और उनकी पत्नी के चेहरे के हावभाव पर जरा भी परेशानी का भाव नहीं दिखा। हालांकि, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम जरूर थोड़े से असहज दिख रहे थे। सपा सांसद आजम खान अपने उसी अंदाज में थे, जैसे वह रहते हैं। जिस हनक से वह कोर्ट आए थे, उसी अंदाज में वह सलाखों के पीछे चले गए। जेल जाते समय उन्होंने जेल प्रशासन से कह दिया था, मैं एक सांसद हूं। एलएलबी और एलएलएम हूं। जेल प्रशासन मेरे साथ नियम के तहत कार्य करे, वरना मुझे नियम लागू कराना भी आता है।
इमरजेंसी के दौर में भी गए थे जेल बता दें कि इमरजेंसी के दौर में भी आजम खान जेल गए थे। उस दौरान वह 19 माह जेल में रहे थे। इस बार उनके साथ उनकी पत्नी व बेटा भी जेल गए हैं। वह बुधवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे जेल गए थे। इसके करीब 12 घंटे बाद गुरुवार को तड़के चार बजे उनको सीतापुर जेल शिफ्ट कर दिया गया।