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VIDEO: आजम खान के गढ़ में जहरीला हुआ पीने का पानी, हैंडपंपों पर लग गए लाल निशान

locationरामपुरPublished: Jul 10, 2019 04:20:35 pm

Submitted by:

Rahul Chauhan

खबर की मुख्य बातें-
-रामपुर के आधे दर्जन गांव के लोग स्वच्छ पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं
-बच्चे, बूढ़े, जवान, हर कोई पीने के पानी को लेकर सरकार व मंत्रियों से आस लगाए बैठे हैं
-ग्रामीणों का कहना है कि गाँव की सरकारी नलों व हैंडपंपों में रसायन की मात्रा बढ़ गई है

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आजम खान के गढ़ में जहरीला हुआ पीने का पानी, हैंडपंपों पर लग गए लाल निशान

ओमपाल राजपूत

रामपुर। समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता व सांसद आजम खान के ग्रह जनपद रामपुर के आधे दर्जन गांव के लोग स्वच्छ पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं। बच्चे, बूढ़े, जवान, हर कोई पीने के पानी को लेकर सरकार व मंत्रियों से आस लगाए बैठे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गाँव की सरकारी नलों व हैंडपंपों में रसायन की मात्रा बढ़ गई है, जिससे लोगों में कैंसर हो रहा है। 15 से 20 वर्ष से हर साल एक-दो लोगों की मौत कैंसर से हो रही है।
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ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्रियों का दूषित पानी भूजल को खराब कर रहा है। जल विभाग लखनऊ की जांच रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि पानी में आरसनिक है, जो लोगों के लिए घातक है। इससे कैंसर जैसी बीमारी होने का खतरा बना रहता है।
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दरअसल, मुख्यालय से तकरीबन 20 किलोंमीटर दूर तहसील शाहबाद के गाँव मदारपुर में सैकड़ों परिवार रहतें हैं। गांव के बराबर से कोसी नदी और रामगंगा नदी बहती है। कोसी नदी में फैक्ट्रियों का दूषित पानी बहता है। जिसकी वजह से गाँव के सरकारी नलों में आरसनिक रसायन की मात्रा बढ़ गई है। जिसको लेकर जल विभाग ने तत्काल गाँव के नलों पर लाल निशान लगाकर यह सन्देश लिखवा दिया है कि पानी पीने योग्य नही हैं। लेकिन गाँव के लोग इसी दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।
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गाँव के लोगों का मानना है कि जब सरकारी नलों में आरसनिक रसायन की मात्रा बढ़ गई है तो फिर बाकी के गैर सरकारी नलों में आरसनिक रसायन की मात्रा ओर ज्यादा होगी। कारण, गाँव के लोगों के निजी नल 30 से 40 फिट गहरे जमीन में गड़े होतें हैं, जबकि सरकारी सौ से लेकर डेढ़ सौ फीट तक गहरा गड़ा होता है।
बता दें कि तहसील शाहबाद के चंदनपुर, हुसैनगंज, नबाब नगर, झंडू पूरा तथा मदारपुर के 49 नलों के पानी के सैंपल लेकर राज्य स्तरीय विश्लेषण प्रयोगशाला उत्तर प्रदेश जल निगम 6 राणा प्रताप मार्ग लखनऊ भेजा गया। लखनऊ प्रयोगशाला की प्राप्त रिपोर्ट की पत्रांक संख्या 119 राज्य स्तरीय प्रयोगशाला 1/136 दिनांक 15 मई 2019 की आख्या में उक्त गांवों के नलों के पानी में आरसनिक रसायन की मात्रा की पुष्टि हुई। जो मानव जीवन के लिए बहुत ही घातक है। जो मानव शरीर पर धीमा धीमा जहर फैला रहा है और जो भविष्य में कैंसर का रूप ले रहा है।
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ग्रामीणों का कहना है कि इस जहरीले पानी को पीने से लोगों को कैंसर जैसी घातक बीमारी हो रही हैं। डाक्टर भी यह बताते हैं कि आरसनिक से कैंसर होता है। इस बात को सुनकर लोग परेशान तो हैं पर मजबूरी में गंदे और रसायन युक्त पानी पीने के लिए मजबूर हैं।
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डीएम आंजनेय कुमार से जब पूछा गया कि गाँव के लिए कौन सा पानी पीने योग्य है और यहां इसकी क्या व्यवस्था की गई है, तब उन्होंने बताया कि यह बड़ी दिक्कत है। पानी में आरसनिक की भारी मात्रा है। जिसको लेकर गांव में लगे नलों व हैंडपंपों का पानी पीने योग्य नहीं है। लोगों को बता दिया है कि इस पानी को न पीए। जल्द ही गांव में पानी के टैंकर आदि पहुँचाए जाएंगे ताकि गाँव के लोग अच्छा पानी पी सकें।

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