सुबह से ही रामपुर जंक्शन पर बिजनौर व आस-पास के जिलों के मजदूर पहुंचने शुरू हो गए थे। यहां स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी की स्क्रीनिंग कराई गई। उसके बाद उन्हें ट्रेन में बैठाया गया। रामपुर जिला अधिकारी आञ्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि 800 लोग बिजनौर जिले के हैं, जबकि 750 लोग जनपद रामपुर के हैं। जिसमें ज्यादातर मजदूर हैं। कुछ स्टूडेंट्स भी हैं। जो अपने घरों को जाना चाहते थे, उन्हें स्पेशल श्रामिक ट्रेन से भेजा गया।
उन्होंने बताया कि बिहार सरकार से भी को भेजने के लिए हरी झंडी मिल गई है। पूरी तैयारी करने के बाद ही सभी मजदूर व छात्रों को ट्रेन में बैठने दिया गया। साथ ही उनके लिए भोजन और पानी की भी व्यवस्था की गई। सभी का मेडिकल चेकअप भी करवाया है। कटिहार जाने वाले मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन मेंं बहुत झेला है। भूखे भी रहे हैं। मजदूरों का कहना है कि परिवार समेत भूखे मार जाएंगे पर अब कभी वापस लौटकर नहीं आएंगे।