राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री रघुवर दास, मंत्री सरयू राय, पूर्व मुख्यमंत्री एंव सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, उच्च न्यायालय के कई न्यायाधीश न्यायमूर्ति, मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी और पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय समेत पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा वरिष्ठ अधिवक्तागण और गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। इस मौके पर न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की मां और अन्य परिजन भी मौजूद थे।
इससे पहले राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सबसेपहले मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी नेमुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की नियुक्ति को लेकर राष्ट्रपति द्वारा जारी आदेश की प्रति को पढ़ कर सुनाया। 11 अप्रैल 1959 को जन्मे न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस ने अपनी वकालत की पढ़ाई कोलकाता के सुरेंद्रनाथ कॉलेज ऑफ लॉ से पूरी की है। 1985 में वो वकील बनें और 19 जनवरी 2004 को कलकत्ता हाई कोर्ट के स्थायी जज बनाए गए।
गौरतलब है कि साल 2000 में बिहार पुनर्गठन अधिनिनियम के अधीन नए राज्य के गठन के बाद स्थापित किया गया था। उस समय न्यायमूर्ति पार्थ खन्ना को कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था। इसके बाद पहलेमुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विनोद कुमार गुप्ता बनाए गए। तब से अब तक कुल 11 चीफ जस्टिस की नियुक्तियां की गई हैं। इसके साथ ही कई बार एक्टिंग चीफ जस्टिस के सहारे भी कोर्ट को रहना पड़ा है। पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति पीके बालासुब्रमण्यम, पूर्व चीफ जस्टिस अल्तमस कबीर, पूर्व चीफ जस्टिस एन दिनाकरन, पूर्व चीफ जस्टिस एम करपग विनायगम, पूर्व मुख्य न्यायाधीश पूर्व न्यायाधीश ज्ञान सुधा मिश्रा, पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति भगवती प्रसाद, पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रकाश चंद्रा टाटिया,पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर भानुमति, पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह और पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार मोहंती ने भी झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला है। अब बारहवें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस ने शपथ ली।