हेमंत हो सकते है महागठबंधन के नेता
बाबूलाल मरांडी ने गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने पर बल देते हुए कहा कि भाजपा को सत्ता से बेदखल करना जरुरी है। इसके लिए यह तय हुआ कि हर हाल में गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा जाएगा। एक सवाल के जवाब में बाबूलाल ने हेमंत सोरेन को झारखण्ड में महागठबंधन का नेता स्वीकार करने का संकेत भी दिया। उन्होंने कहा कि हेमंत के बुलावे पर आएं हैं तो इसका मतलब आप निकाल सकते हैं।
गठबंधन को लेकर नहीं कोई अड़चन—हेमंत
झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने बताया कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हिस्सेदारी को लेकर औपचारिक घोषणा रांची और दिल्ली दोनों जगहों पर होगी। उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर कहीं कोई अड़चन नहीं है और बातचीत के माध्यम से हर मुद्दे का समाधान निकाल लिया जाएगा। हेमंत सोरेन से जब पूछा गया कि आपको नेता चुना गया है इसपर क्या कहेंगे। इस सवाल के जवाब में हेमंत सोरेन ने कहा कि अब भी कहने को कुछ बचा है क्या ?
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने कहा कि महागठबंधन के स्वरूप को लेकर नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने बैठक बुलाई, इसके लिए वे पार्टी की ओर से उनका आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और हेमंत सोरेन के बीच बातचीत हो चुकी है और मिलकर साथ चुनाव लड़ने पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्टी के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह और सह प्रभारी उमंग सिंघार रांची आएंगे और पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे। बाद में गठबंधन के स्वरूप में अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व से सहमति मिलने के बाद होगा।
राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि उनकी पार्टी नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ने को तैयार है। उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे और उम्मीदवार समेत अन्य बिन्दुओं पर मिल बैठकर जल्द ही निर्णय ले लिया जाएगा। इस बैठक में भाकपा के भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, बसपा के कुशवाहा शिवपूजन मेहता समेत अन्य वामपंथी दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया।