इस अवसर पर खेल संगठनों के पदाधिकरियों के अलावा कला-संस्कृति विभाग के अधिकारियों और युवाओं ने मधुमिता को गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मधुमिता ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के स्वागत की उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी, सभी को प्रणाम और धन्यवाद। झारखंड राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ ने भी मधुमिता को गुलदस्ता देकर स्वागत किया और उन्हें खादी उत्पादों के लिए ब्रांड एंबेसडर बनाने का संकेत दिया। बाद में फूल-माला से सजायी गयी खुली जीप में बैठकर मधुमिता को एयरपोर्ट से रवाना किया गया। राज्य सरकार की ओर से खेल नीति के मधुमिता को पहले ही 10लाख रुपये का प्रोत्साहन राशि दिये जाने की घोषणा की जा चुकी है।
अपने कौशल का किया दमदार प्रदर्शन
एशियन गेम्स 2018 के तीरंदाजी प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीतकर मधुमिता ने यह साबित कर दिया कि झारखंड में धनुर्धरों की कमी नहीं है । बचपन से ही मधुमिता का झुकाव तीरंदाजी की ओर था पहले रामगढ़ में इसकी शुरुआत हुई । लेकिन उसके इस हुनर को गति मिली रांची के सिल्ली बिरसा मुंडा आर्चरी एकेडमी में । जहां उसकी प्रतिभा को कोच प्रकाश राम और शिशिर महतो ने तराशा।