चुनाव में हार और जीत लगी रहती है, हताश या निराश नही होना चाहिए बाबूलाल मरांडी ने यह बात झाविमो द्वारा रांची के सेलेब्रेशन हॉल में आयोजित एकदिवसीय केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अब्राहम लिंकन भी चार बार राष्ट्रपति के चुनाव हार गए थे फिर पांचवी बार में चुनाव जीते थे और अमेरिका के 16 वें राष्ट्रपति बने थे। इससे पहले वो दो बार सीनेट का चुनाव हार चुके थे। इसलिए हमें चुनाव में मिली हार से निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि सबक सीखना चाहिए और यह चिंतन करना चाहिए कि हमसे गलती कहां हुई और उसे दूर करके ईमानदारी पूर्वक जनता की सेवा में लग जाना चाहिए।