रांची में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहां की करीब 5 दशक तक उन्होंने जनसंघ और भाजपा कार्यकर्ता के रूप में पार्टी को सींचने का काम किया लेकिन एक साजिश के तहत इस बार उन्हें टिकट से वंचित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जिस दिन भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने उन्हें यह लिखित रूप से देने को कहा था कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते उसी दिन उन्होंने भाजपा नेतृत्व को यह संदेश पहुंचा दिया था कि वह हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। इतने दिनों तक वे इंतजार कर रहे थे ताकि लोग बाद में यह नहीं कहे कि उन्होंने टिकट के लिए इंतजार नहीं किया। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ उनसे मिलने आए थे उन्होंने भी यह स्वीकार किया कि भाजपा ने उनके साथ अन्याय किया है। एक प्रश्न के उत्तर में राम लाल चौधरी ने कहा कि रांची संसदीय क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने काफी काम किया और उन्हें समाज के हर वर्ग का समर्थन मिलेगा। रांची लोकसभा सीट के लिए पांचवे चरण के तहत 6 मई को मतदान होगा और 23 मई को मतगणना की जाएगी।