दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि वाम दलों की ओर से अन्य सीटों पर भी उम्मीदवार उतारा जाएगा, हजारीबाग संसदीय सीट से भाकपा के भुनेश्वर प्रसाद मेहता चुनाव लड़ेंगे, राजमहल से माकपा उम्मीदवार को समर्थन दिया जाएगा, वहीं धनबाद में यदि मासस चुनाव लड़ता है, तो उन्हें समर्थन दिया जाएगा, अन्य सीटों पर गठबंधन के उम्मीदवारों को समर्थन दिया जाएगा।
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड-बिहार महागठबंधन कहना ठीक नहीं होगा, क्योंकि महागठबंधन का अर्थ होता कि सभी विपक्षी पार्टियां उसमें शामिल होती लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दोनों राज्यों में व्यापक जनाधार रखने वाले वामपंथी पार्टियों को इसमें शामिल नहीं किया गया है, जबकि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में राजकुमार यादव दूसरे स्थान पर रहे और बाद में वह राजधनवार से बाबूलाल मरांडी को हराकर विधायक बने।