तीरंदाजी प्रतियोगिता ने देश को दिलाई जगत में पहचान
उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में खेलकूद के साथ ही साथ लक्ष्यात्मक प्रतियोगिता अत्यन्त ही आवश्यक हैं, जो शारीरिक एवं मानसिक विकास के साथ ही साथ चारित्रिक विकास भी करता है। जिससे एक अनुशासनिक वातावरण विकसित होता है और विषम परिस्थितियों में भी मुकाबला करने की हिम्मत देता है। उन्होंने कहा कि इस तीरंदाजी प्रतियोगिता ने देश को विश्व स्तर पर एक पहचान दी है जिसमें ज्योति कुमारी, झाणू हंसदा की पहचान बनी है, जो इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतते रहे हैं।
352 तीरंदाज़ ले रहे भाग
राज्यपाल ने कहा कि झारखण्ड प्रदेश में सशस्त्र बल के बटालियनो में अच्छे-अच्छे जिम खोले गए हैं और जिला पुलिस मुख्यालय में भी ऐसी व्यवस्था है। राजधानी रांची की प्रतियोगिता का आयोजन होटवार के एकलव्य आर्चरी सेंटर फॉर एक्सीलेंस कैंपस में हो रहा है। इस प्रतियोगिता में 22 राज्य और पांच सशस्त्र बलों की टीमों के 352 तीरंदाज़ भाग ले रहे हैं। 19 जनवरी तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज़ सह इंस्पेक्टर झानो हांसदा के नेतृत्व में मेज़बान झारखंड के सताइस तीरंदाज भी अपनी मज़बूत दावेदारी पेश कर रहे हैं।